किसानों से करीब 36 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में पुलिस ने दी जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों ने किसानों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर पीएनबी बैंक से 36 करोड़ 50 लाख का क्रोप लोन लिया था. लोन का ये खेल 2008 से 2020 तक चला था. इसका खुलासा तब हुआ जब किसानों के घर पहुंचा नोटिस पहुंचा.
ये था पूरा मामला
थाना झबरेडा क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न किसानों और कई मजदूरों (जिन्हें किसान दर्शाया गया) के नाम पर फर्जी तरीके से बैंक अकाउंट खुलवाकर और कूटकरित दस्तावेज तैयार कर पंजाब नेशनल बैंक की इकबालपुर शाखा से साल 2008 से 2020 तक कोप लोन लिये गए. जिसकी संबंधित व्यक्तियों (किसान एवं मजदूर) को खबर तक नही थी. लोन की किस्त जमा न होने पर पंजाब नेशनल बैंक ने संबंधित के नाम पर नोटिस जारी किए गए.
बैंक नोटिस से मचा हड़कंप
बैंक का नोटिस पहुंचने पर किसानों और मजदूरों को अपने साथ हुई जालसाजी का पता चला. जो उनके लिए किसी सदमें से कम नहीं था. संबंधित प्रकरण का संज्ञान लेकर तत्कालीन चौकी प्रभारी इकबालपुर मोहन कठैत ने 19 अप्रैल 2021 को अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. आर्थिक अपराध होने के चलते मामला की जांच सीबीसीआईडी ने शुरू की. इस दौरान सीबीसीआईडी ने पांच के खिलाफ नोटिस जारी किए.
पुलिस ने किया दो आरोपियों को अरेस्ट
पुलिस ने दो नवंबर को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पवन ढींगरा पुत्र बलदेव राज ढीगरा (तत्कालीन केन मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में केन मैनेजर लक्सर शुगर मिल में तैनात है. जबकि उमेश शर्मा पुत्र राधेश्याम शर्मा (तत्कालीन एकाउंट मैनेजर शुगर मिल इकबालपुर) वर्तमान में शाकुम्भरी शुगर मिल, बेहट में एकाउंट मैनेजर के पद पर है. वहीं पुलिस तत्कालीन बैंक मैनेजर सहित तीन अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है.