देहरादून में फर्जी पीसीएस अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस फर्जी पीसीएस अधिकारी के पास से फर्जी मुहरें और कई दस्तावेज बरामद किये हैं। पुलिस में इस फर्जी अफसर की शिकायत एक प्रापर्टी डीलर ने की थी। फर्जी पीसीएस अफसर ने ठेकेदारी का लाइसेंस दिलाने के नाम पर डीलर से दो लाख रुपए ऐंठ लिए थे।
पुलिस को देहरादून में काम करने वाले एक प्रापर्टी डीलर ने मंगलवार को ही एक शिकायत सौंपी। इस शिकायत में उसने बताया कि सुधांशु पांडे नाम का एक शख्स फर्जी पीसीएस बनकर उससे दो लाख रुपए ऐंठ चुका है। ये रकम ठेकेदारी का लाइसेंस दिलाने के नाम पर ऐंठी गई।
इस शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने अगले ही दिन इस फर्जी पीसीएस को पकड़ लिया। मूल रूप से कानपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले सुधांशु पांडेय के पास से पुलिस ने कई मुहरें और कई दस्तावेद बरामद किए हैं। सुधांशु खुद को श्रम सचिव बताता था। पुलिस के मुताबिक सुधांशु ने 2014 में पीसीएस मेंस परीक्षा क्वालीफाई की थी। इसके बाद से ही वो लोगों को ये बताता रहा कि वो पीसीएस अफसर बन गया है। सुधांशु अपनी दिनचर्या और बातचीत का तरीका भी अफसरों वाला ही रखता था ताकि लोगों को शक न हो पाए। सुंधाशु को हिंदी के साथ इंग्लिश का भी अच्छा ज्ञान है लिहाजा उसके झांसे में आ जाते थे।
सुधांशु ने डीलर को एक फर्जी लाइसेंस उपलब्ध भी करा दिया था। लाइसेंस के फर्जी निकलने के बाद डीलर ने पुलिस में शिकायत की थी। फिलहाल फर्जी पीसीएस के ऊपर पुलिस ने धारा 420 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुर कर दी है।