नैनीताल: सरोवर नगरी नैनीताल में कई वर्षों से बारा पत्थर सड़क किनारे बसे अवैध फड़ और खोखों के खिलाफ जिला विकास प्राधिकरण और नगर पालिका ने सयुंक्त अभियान चलाया। यह कार्रवाई हाईकोर्ट के आदेशों के बाद की गई है। लेकिन, फड़ हटाने के नाम पर अधिकारी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो बाइक को गिरा रहे हैं। इससे सवाल यह खड़ा होता है कि ये कार्रवाई है या फिर अधिकारी की दबंगई।
नगर पालिका और जिला विकास प्राधिकण ने फड़ और ठेली वालों पर कार्रवाई की। अतिक्रमण को हटाया गया। खोखों को भी ध्वस्त किया गया। इसी कार्रवाई के दौरान का एक वीडियो है, जिसमें एक अधिकारी खोखे के आगे खड़ी बाइक के पास खड़े युवक को हड़काते हुए नजर आ रहा है। अधिकारी उसे बाइक हटाने के लिए कह रहा है।
लेकिन, जैसे ही युवक बाइक की तरफ बढ़ा अधिकारी ने उसकी बाइक को नीचे गिरा दिया। सवाल यह है कि क्या इस तरह से किसी अधिकारी को अधिकार है कि वाहनों को गिराए और उनको नुकसान पहुंचाए। पास ही एक स्कूटर भी खड़ा था। उसे भी अधिकारी ने खुद ही हटा दिया। कार्रवाई तो ठीक है, लेकिन उसका तरीका भी सही होना चाहिए।
नैनीताल में झील के आसपास और दूसरी जगहों पर कई वर्षों से फड़, ठेली और खोखे लगाकर लोग अपना और परिवार को पालन-पोषण कर रहे थे। प्राधिकरण के अवर अभियंता सतीश चौहान, नगर पालिका प्रशासन पुलिस के साथ पहुंचे और कार्रवाई शुरू कर दी। इस दौरान लोगों का सामना भी फेंकते नजर आए।
जब अधिकारी से बाइक और सामान फेंकने व गिराने के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यह उनकी जिम्मेदारी नहीं है। टूट-फूट और किसी को चोट लगने की जिम्मेदारी कार्रवाई करने वाली टीम की नहीं है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि अधिकारी जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं।