Dussehra 2023: देशभर में हर साल हर्ष और उल्लास के साथ दशहरा का उत्सव मनाया जाता है। इस दिन बुराई का प्रतीक रावण का पुतला जलाया जाता है। आज ही के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत हुई थी। ऐसे में दशहरे के इस मौके पर हमें अपने अंदर की बुराई और बुरी आदतों को खत्म करना चाहिए।
सेहत की दुश्मन होती हैं ये आदतें
हेल्थ एक्सपर्ट का भी मानना है की हमारे दिनचर्या की कुछ बुरी आदतों की वजह से सेहत को नुक्सान हो सकता है। ये बुरी आदतें हमारे स्वास्थ्य के लिए किसी दुश्मन से कम नहीं है। ऐसे में दशहरे के पर्व पर हमें इन बुरी आदतों का ‘दहन करना चाहिए। जिससे बेहतर सेहत की तरफ हम बढ़ सके।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए व्यक्ति को अपना लाइफस्टाइल और खाना ठीक रखना चाहिए। ऐसे में जानते है की किन आदतों में बदलाव कर आप स्वस्थ सेहत की तरफ कदम बढ़ा सकते है।
लगातार बैठने से होती हैं ये बिमारिया
शारीरिक रूप से निष्क्रिय या फिर दिन भर एक ही जगह पर बैठे रहने से सेहत को काफी सारे नुक्सान हो सकते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक लगातार एक ही जगह पर बैठने की आदत कई बीमारी को बुलावा देती हैं। इससे मधुमेह, हृदय रोग, मोटापा और यहां तक की कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा बढ़ सकता है।
जितना ज्यादा समय व्यक्ति एक ही जगह बैठे-बैठे बिताता है। उतना ही शरीर में इन बिमारियों का खतरा बढ़ता चला जाता है। 2017 में हुई एक स्टडी में 45 से ज्यादा की उम्र के लगभग 7,९८५ वयस्कों पर रिसर्च के लिए उनकी डे टू डे एक्टिविटी पर नज़र रखी गई। इस रिसर्च में पाया गया की जिन लोगों ने अपना ज्यादातर समय बैठने में बिताया, उन लोगों में बाकी के मुकाबले क्रोनिक बीमारियों का खतरा ज्यादा था।
चीनी-नमक का बहुत ज्यादा सेवन
जेसा की कई लोग पहले से जानते ही होंगे की अधिक चीनी और नमक का सेवन हमारी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक होता है। ज्यादा चीनी खाने वाले व्यक्ति में मधुमेह, हृदय रोग, लिवर-किडनी की बीमारी आदि का खतरा बना रहता है।
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक प्रतिदिन महिलाओं को 6 चम्मच और पुरुषों को 9 चम्मच से अधिक चीनी नहीं खानी चाहिए। तो वहीं नमक के अधिक सेवन से हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग आदि की खतरा बना रहता है।
शराब और धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक शराब और धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते है। अधिक शराब के सेवन से हृदय और लिवर रोग, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और कैंसर सहित कई सारी गंभीर बिमारियों का खतरा बना रहता हैं। इससे अवसाद, चिंता और अनिद्रा जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
जो हमारे इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर देती है। तो वहीं धूम्रपान से भी फेफड़ों पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही मस्तिष्क, इंटेस्टाइन में भी नकारात्मक असर देखा गया है। धूम्रपान से कैंसर का खतरा भी बना रहता है।
नींद के साथ ना करें समझौता
नींद पूरी ना होने से दिन की शुरुआत अच्छी नहीं होती। थकान और ऊर्जा में कमी के अलावा ये मोटापा, हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, स्ट्रोक जैसी बड़ी बिमारियों को भी बुलावा देती है। स्टडी में पाया गया है की जिन लोगों की नींद पूरी नहीं होती उनमें संज्ञानात्मक समस्याओं का खतरा ज्यादा होता हैं।
क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक और नींद विशेषज्ञ माइकल ब्रूस के अनुसार जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे जैविक परिवर्तनों की वजह से नींद की समस्या भी बढ़ जाती है। नींद के पूरे ना होने की वजह से सेहत को काफी नुक्सान हो सकता है। हर एक व्यक्ति को कम से कम रोजाना 6-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।