ज्योतिष में भगवान शनिदेव को न्याय देवता माना गया है। इसके अलावा हिन्दू धर्म के अनुसार शनिदेव व्यक्ति के सुकर्म और दुष्कर्म के आधार पर फल देते है। जिस किसी पर भी शनिदेव की कृपा होती है वो इंसान मालामाल हो जाता है। तो वहीं शनि देव की अशुभ छाया आपको रातों रात कंगाल कर सकती है।
हिन्दू धर्म में कुछ उपाय बताए गए है जिससे शनि की अशुभ छाया को कम किया जा सकता है। ऐसे में कुछ ऐसी चीज़ें भी है जिसे करने से आप शनि देव को नाराज़ कर सकते है। चलिए जानते है की कैसे आप शनि की अशुभ छाया से बच सकते है।
बाथरूम गन्दा होना
अक्सर हम घर की सफाई करते है। सब जगह सफाई ढंग से होती है। लेकिन कुछ लोग बाथरूम पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। ऐसे में अगर आपका बाथरूम गन्दा रहता है तो इससे शनिदेव नाराज़ हो जाते है। ऐसे में व्यक्ति के ऊपर शनिदेव की अशुभ छाया पड सकती है। इस अशुभ प्रभाव से बचने के लिए हमेशा अपना बाथरूम साफ़ रखें।
किचन में जूठे बर्तन का होना
कई लोग अक्सर रात को खाना खाने के बाद आलस की वजह से बर्तन नहीं धोते। वो रात को जूठे बर्तन सिंक में ही रहने देते है। ज्योतिष में किचन में झूठे बर्तन रखना अच्छा नहीं माना जाता। इससे घर पर नकारात्मक ऊर्जाओं का वास होता है। शनिदेव भी इस बात से नाराज़ होते है और व्यक्ति पर अशुभ प्रभाव बनाते है।
इसलिए हमेशा सोने से पहले सारे बर्तन धो लें। जिससे शनि की अच्छी कृपा आप पर बनी रहे।
अपने पैर को हिलाना
अक्सर लोगों की पैर हिलाने की आदत होती है। वो जब भी कही पर बैठते है तो पैर हिलाना शुरू कर देते है। पैर हिलाना ज्योतिष शास्त्र में बेकार माना जाता है। भगवान शनि देव इंसान की इस आदत से नाराज़ हो जाते हैं।
जमीन पर पैर घसीटकर चलना
पैर हिलाने की आदत के अलावा कुछ लोगों की पैर घिसटने की भी आदत होती है। जब भी वो चलते है तो वो अपना पैर जमीन पर घसीटकर चलते है। ज्योतिष शास्त्र में पैर घसीटकर चलने को बुरा माना गया है। इससे इंसान के ऊपर शनिदेव का बुरा असर पड़ता है।
जिसकी वजह से इंसान के बनते कार्य भी बिगड़ जाते है। लोगों को जीवन में असफताएं मिलती रहती है। इससे उनकी आर्थिक स्तिथि पर भी बुरा असर पड़ता है।
अपने से बड़े को सम्मान ना देना
बहुत से ऐसे लोग है जो खुद से बड़े और बुजुर्ग लोगों का सम्मान नहीं करते है। इसके साथ ही पैसों में अपने से निचे क्रम के लोगों का भी आदर नहीं करते है। वो गरीबों को परेशान करते है। इस कारण शनि काफी नाराज़ होते है। ऐसे लोग शनिदेव के गुस्से का कारण बनते है। शनि देव का अशुभ प्रभाव उन व्यक्ति पर पढता है। उन्हें जीवन में कठनाईया झेलनी पड़ती है।