उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे को नौ दिन बीत जाने के बाद भी मजदूरों का रेस्क्यू नहीं हो पाया है। रेस्क्यू के लिए जदोजहद जारी है। इसी बीच रेस्क्यू मिशन को लेकर नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के सदस्य रिटायर्ड ले. जनरल सैयद अता हसनैन और सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सेक्रेटरी अनुराग जैन ने ब्रीफिंग दी है।
आपदा प्रबंधन टीम ने बताया कब तक होगा मजदूरों का रेस्क्यू
उत्तरकाशी के सिलक्यारा में 41 मजदूरों की जान बचाने की जदोजहद नौ दिनों के बाद भी जारी है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सेक्रेटरी अनुराग जैन और नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के सदस्य रिटायर्ड ले .जनरल सैयद अता हसनैन ने रेस्क्यू आपरेशन के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि रेस्क्यू में अंतराष्ट्रीय तरीके से जो नॉर्म्स अपनाए जा रहे हैं। जो भी बेस्ट ऑप्शन हैं वो अपनाए जा रहे हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि टनल में फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और जल्द ही सभी को जीवित बाहर निकाल लिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर सब कुछ ठीक रहता है तो दो से तीन दिन में सभी मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया जाएगा।
जहां मजदूर फंसे हैं वहां है पर्याप्त जगह
ले. जनरल सैयद अता हसनैन ने बताया कि मजदूर पूरी तरह से सुरक्षित हैं। श्रमिकों को बाहर लाने के लिए कई एजेंसियां कोशिश कर रही हैं। पिछले 10 दिनों में अलग-अलग चुनौतियां सामने आई हैं। जिसके लिए अंतरराष्ट्रीय सलाह ली गई है। उन्होंने बताया कि जहां मडजदूर फंसे हुए हैं वहां पर पर्याप्त जगह है।
मजदूरों की करवाई जा रही है परिजनों से बात
उन्होंने बताया कि मजदूरों तक कंप्रेसर के सहारे पानी, ऑक्सीजन और दवाई पहुंचाई जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी बात ये है कि इस हादसे में पावर केबल नहीं कटी है। मजदूरों के रेस्क्यू के लिए हॉरिजॉन्टल और वर्टिकल ड्रिलिंग की जा रही है।
हॉरिजॉन्टल ड्रिलिंग में 21 या 22 मीटर तक अंदर ड्रिल किया जा चुका है। ड्रिल करने में कुछ दिक्कतें सामने आ रही हैं लेकिन कोशिश जारी है। मजदूरों का हौसला बनाए रखने के लिए उनके परिजनों से बात करवाई जा रही है। परिजन भी बात करने के बाद संतुष्ट हैं।