राज्य में दिव्यांग मतदाताओं को सुगम और सुलभ मतदान सुविधा उपलब्ध कराने के लिए मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ बीवीआरसी पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में गुरुवार को सचिवालय में स्टेट स्टीयरिंग कमेटी ऑन एक्सेसिबल इलेक्शन की बैठक आयोजित की गई. बैठक में दिव्यांगों की सुविधा से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर गंभीर चर्चा की गई.
दिव्यांग मतदाताओं को मिलेगी ये सुविधाएं
बैठक का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि आगामी चुनावों में सभी दिव्यांग मतदाताओं को आयोग द्वारा तय की गई न्यूनतम सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें. मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ पुरुषोत्तम ने निर्देश दिए कि प्रदेश के हर एक पोलिंग बूथ पर रैम्प, व्हीलचेयर, शौचालय, पीने का पानी, शेड और बैठने की उचित व्यवस्था हो.
उन्होंने समाज कल्याण विभाग को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि विभाग में पंजीकृत दिव्यांग पेंशनधारकों को मतदाता सूची में पीडब्ल्यूडी श्रेणी में शत-प्रतिशत दर्ज किया जाए. इसके लिए हर तीन महीने पर 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर को आधार मानकर अद्यतन सूची निर्वाचन विभाग को सौंपी जाए.

दिव्यांगों के चिन्हीकरण पर दिया जाए विशेष ध्यान
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने यह भी कहा कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगों के चिन्हीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए. उनके अनुसार एएमएफ सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं. उन्होंने प्रत्येक जिले में डिस्ट्रिक्ट स्वीप पीडब्ल्यूडी आइकॉन चिन्हित करने के भी निर्देश दिए.
बैठक में NIEPVD को ब्रेल लिपि में मतदाता जागरूकता से जुड़ी सामग्री तैयार करने का कार्य सौंपा गया. अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ विजय कुमार जोगदंडे ने बताया कि राज्य में साल 2018 से तीन स्तरों राज्य, जनपद और विधानसभा पर समितियां गठित की गई हैं जो समय-समय पर बैठकों के माध्यम से कार्यों की समीक्षा करती हैं.
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