उत्तरकाशी जिले के धनारी क्षेत्र के पीपली में यूपी निर्माण निगम का बड़ा करनामा सामने आया है। यहां बिना निर्माण के ही विभाग करोड़ों रूपए डकार गया। इस मामले में स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री से जांच की मांग की है।
बिना निर्माण के ही करोड़ों डकार गया विभाग
उत्तरकाशी जिले के धनारी क्षेत्र के पीपली में यूपी निर्माण निगम का बड़ा करनामा सामने आया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि वर्ष 2012-2013 में यहां पर पालीटेक्निक कालेज का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। लेकिन निर्माण एजेंसी ने केवल एक कच्ची सड़क खोदने के अलावा 10 सालों तक यहां पर एक ईंट तक नहीं लगाई है। लेकिन इसके एवज में निर्माण एजेंसी को करोड़ों रूपए का भुगतान किया गया है।
आरटीआई के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ खुलासा
पूर्व जिलापंचायत उपाध्यक्ष सुरेन्द्र पवांर का कहना है कि जब यहां पर कोई काम नहीं हुआ तो उन्होंने इसके लिए आरटीआई से जानकारी मांगी। जिसके तहत उन्हें जानकारी मिली कि सम्बंधित विभाग को तीन करोड़ का भुगतान किया जा चुका है। वहीं इस मामले में भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी का कहना है कि उन्होंने उच्च शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल से कार्यदायी संस्था यूपी निर्माण निगम की शिकायत की है।
मामले की कमेटी बनाकर की जाएगी जांच
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी उत्तरकाशी की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाकर जांच की बात कही है। इसके साथ ही भाजपा मीडिया प्रभारी ने कार्यदायी संस्था को बिना काम के पांच करोड़ पिचासी लाख का भुगतान होने की बात कही है। ऐसे में बड़ा सवाल ये उठ रहा है कि जब निर्माण के नाम पर यहां एक ईंट तक नहीं लगी तो आखिर ये पैसे गए कहां ? क्या उत्तरकाशी जिला भ्रष्टाचार की प्रयोगशाला बनने जा रहा है ?
सीएम धामी से की उच्चस्तरीय जांच की मांग
स्थानीय लोगों का कहना है कि काम ना होने के बारे में जब सम्बंधित से फोन पर पूछा गया तो तो वहां से जवाब मिला कि इस स्थान पर भूस्खलन की संभावना है इसलिए काम बंद किया गया है। ग्रामीणों का कहना है यहां पर आज तक कभी भूस्खलन नही हुआ है। स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को जिला अधिकारी के माध्यम से पत्र लिखकर इसके लिए उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।