देहरादून : देहरादून जिला प्रशासन ने नशामुक्ति केंद्रों पर शिकंजा कसना तेज कर दिया है। जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार के निर्देश पर बुधवार को सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान और एसपी सिटी सरिता डोबाल ने टीम के साथ नशामुक्ति केंद्रों पर छापेमारी की थी। रिस्पना पुल के पास स्थित जिस लाइफ केयर रिहैब सेंटर में युवक की मौत और मारपीट का मामला सामने आया था, वहां हालात बदतर पाए गए। जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस केंद्र को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी किया था।
वहीं आज गुरुवार को जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने बड़ोवाला स्थित लास्ट रिहेब सेंटर पर छापेमारी की।इसी के साथ टीम ने जीवनज्योति और जीवनदान रिहेब सेंटर पर भी छापेमारी की। सख़्त गाइडलाइन्स न होने के चलते राजधानी के रिहैब सेंटर बेलगाम होते जा रहे हैं। जिस पर कड़ा एक्शन लिया गया है। अनियमितता पाए जाने पर डीएम ने जीवनदान रिहैब सेंटर और लास्ट रिहेब सेंटर को बंद करने के निर्देश दिए।
सिटी मजिस्ट्रेट और एसपी सिटी ने रिहेब सेंटर का औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान रिहेब सेंटर में अनियमितताएं सामने आई। एक ही कमरे में युवकों को ठूंसा गया था। टीम ने कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी ली।
ज़िलाधिकारी कुमार ने इस छापेमारी के संबंध में कहा कि केंद्रों और उनके संचालकों से ज़िम्मेदारी के साथ काम करने के निर्देश दिए गए हैं. अगर व्यवस्थाओं में गड़बड़ियां मिलेंगी तो कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी और ऐसे अचानक निरीक्षणों का सिलसिला भी बना रहेगा. वहीं, लाइफ केयर रिहैब सेंटर में नियमों की धज्जियां उड़ने और वेंटिलेशन के इंतज़ाम न होने जैसी गड़बड़ियों के चलते इसे बंद करवाया गया.