उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री विजय सारस्वत की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं क्योंकि एक तरफ जहां पुलिस ने उनके खिलाफ जमीन फर्जीवाड़े को लेकर मुकदमा दर्ज कर दिया है तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के द्वारा भी आंतरिक जांच किए जाने की बात की जा रही है, वहीं भाजपा इस बहाने कांग्रेस पर हमलावर है। लेकिन इन सबके बीच विजय सारस्वत का संपर्क कांग्रेस पार्टी से टूट गया है।
बढ़ सकती हैं विजय सारस्वत की मुश्किलें
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री विजय सारस्वत के ऊपर राजधानी देहरादून के क्लेमेंट टाउन क्षेत्र में जमीन के सौदा को लेकर फर्जीवाड़ा किए जाने के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। विजय सारस्वत के साथ 9 और लोगों पर फर्जीवाड़े को लेकर मुकदमा दर्ज हुआ है।
देहरादून के एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर के द्वारा मामले का खुलासा किया गया जिसमें फर्जी दस्तावेज बनाकर जमीन बेचे जाने के आरोप कांग्रेस नेता विजय सारस्वत पर लगे हैं। 11 करोड़ से ज्यादा की जमीन का सौदा किए जाने के आरोप 10 लोगों पर लगे हैं।
फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमीन की रजिस्ट्री के हैं आरोप
इस मामले में क्लेमेंट टाउन थाने में मुकदमा दर्ज हो चुका है। पीड़ित पक्ष की मानें तो चार करोड़ 55 लाख का भुगतान भी उनके द्वारा किया जा चुका है। लेकिन जब उन्होंने रजिस्ट्री के बाद जमीन पर अपना हक लेना चाहा तो तब जाकर उन्हें इस पूरे मामले की भनक लगी कि फर्जी दस्तावेज के आधार पर उनके नाम पर जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है। इसी को लेकर उन्होंने मुकदमा दर्ज किया है।
विजय सारस्वत का पार्टी से टूटा संपर्क
मुकदमा दर्ज होने के बाद विजय सारस्वत का संपर्क पार्टी से भी टूट गया है। हालांकि पार्टी का कहना है कि विजय सारस्वत पर जो आरोप लगे हैं उनकी आंतरिक जांच की जाएगी। जबकि बीजेपी भी विजय सारस्वत के खिलाफ सवाल उठा रही है।
लेकिन कांग्रेस का कहना है कि अगर विजय सारस्वत पर लगे आरोप सही साबित पाएंगे। तो उन पर कार्यवाही भी पार्टी की तरफ से की जाएगी। बीजेपी की तरह कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद के ऊपर लगे आरोपों की तरह उन्हें बचाने की कोशिश नहीं होगी।
कांग्रेस को विजय सारस्वत पर लेना चाहिए कड़ा एक्शन
विजय सारस्वत पर लगे आरोपों को लेकर जहां कॉन्ग्रेस उनके खिलाफ आंतरिक जांच की बात कर रही है तो वही बीजेपी का कहना है कि कांग्रेसी नेताओं का इसी तरीके का काम है। जहां तक कांग्रेस के सवालों की बात है तो भाजपा में अनुशासन सर्वोपरि है।
अगर किसी तरीके का कोई आरोप किसी नेता या कार्यकर्ता पर लगता है तो उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाता है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि उत्तराखंड में भर्ती परीक्षाओं में जिन भी भाजपा कार्यकर्ताओं के नाम सामने आए उन पर पार्टी ने सख्त एक्शन लिया है। इसीलिए कांग्रेस को भी विजय सारस्वत पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए।
मामले पर होने वाली कार्रवाई पर सबकी नजर
उत्तराखंड में जहां लगातार भाजपा नेताओं पर आरोपों को लेकर कांग्रेस हमेशा से ही बयानों की बौछार करती आई है ।तो वहीं काफी समय बाद ऐसा देखने को मिला है जब कांग्रेस नेता पर कोई बड़े आरोप लगे हैं इसलिए भाजपा भी इस मामले में कांग्रेस पर आक्रामक नजर आ रही है।
तो वहीं कांग्रेस इस मामले से परेशान नजर आ रही है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिर कांग्रेस के प्रदेश संगठन महामंत्री विजय सारस्वत पर जो जमीन फर्जीवाड़े के आरोप लगे हैं अगर वो सही साबित होते हैं। तो फिर कांग्रेस पार्टी उन पर क्या कुछ कार्यवाही करेगी और पुलिस की क्या कुछ कार्रवाई उनके ऊपर रहेगी इस पर सभी की नजर रहेगी।
इनपुट – मनीष डंगवाल