हरिद्वार में एक बच्चा चोरी गैंग सक्रिय था जो लगातार बच्चा चोरी की घटना को अंजाम दे रहा था। पुलिस में बच्चा चोरी गैंग का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार कर मासूम को उसके परिजनों को सौंप दिया है।
घाट में बच्चों को छोड़कर खाना लेने गई थी महिला
घटना बीते मंगलवार की है। नीतू निवासी बिहार ने पुलिस को तहरीर में बताया था कि वह अपने बच्चों को नाई घाट में छोड़कर खाना लेने के लिए गई थी। जब वापस लौटी तो उसका एक वर्षीय बच्चा गायब मिला। शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने बच्चे कि तलाश में 500 सीसीटीवी कैमरे खंगाले. इसके बाद इस गैंग को पकड़ा गया है।
भीख मंगवाने के लिए किया था बच्चे का अपहरण
पुलिस द्वारा दी जानकारी के मुताबिक ये गैंग बच्चों को चोरी कर उनसे भीख मंगवाता था या फिर उन्हें आगे भेज दिया करता था। बच्चे को सकुशल देख परिजनों ने राहत की सांस ली है। आरोपियों की पहचान देवेंद्र पुत्र सूरजमल निवासी मुजफ्फरनगर, महिला पत्नी मुकेश निवासी मेरठ के रूप में हुई है। दोनों रिश्ते में भाभी देवर हैं।
पुलिस ने ऐसे किया मामले का खुलासा
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटनास्थल पर पहुंचकर सीसीटीवी फुटेज देखना शुरू किया। जिसमें लगभग 500 सीसीटीवी फुटेज देखने पर बच्चे को एक व्यक्ति ले जाता हुआ दिखाई दिया। जिस पर पुलिस की टीम ने मुजफ्फरनगर सहारनपुर और एक टीम रुड़की की तरफ तलाश के लिए भेजा।
शनिवार को मुखबिर की सूचना पर कलियर रूड़की रोड के पास से गुमशुदा बालक व अपहरणकर्ता देवेंद्र व एक महिला को पकड़ा गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने बालक का अपहरण भीख मंगवाने एवं भविष्य में किसी जरूरतमंद को बच्चा बेचकर मुनाफाखोरी के लिए किया था। पुलिस ने बच्चे का सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया है।