उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को छह महीने का सेवा विस्तार मिला है। जिसके बाद से चर्चाओं के बाजार गर्म है। एसएस संधू पहले से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गुड बुक में शामिल हैं। तो इसे भी उनके सेवा विस्तार का एक कारण माना जा रहा है।
मुख्य सचिव संधू की सेवा विस्तार की हो सकती है ये वजह
उत्तराखंड के मुख्य सचिव एसएस संधू को छह महीने का विस्तार मिलने के बाद से ही प्रदेश में चर्चाएं चल रही हैं। उनके सेवा विस्तार की कई वजहें बताई जा रही हैं। जिसमें से एक कारण मुख्य सचिव एसएस संधू का पीएम मोदी और सीएम धामी की गुड बुक में शामिल होना बताया जा रहा है।
यही वजह है कि एसएस संधू को मुख्यमंत्री धामी के अनुरोध पर केंद्र सरकार के द्वारा छह महीने का विस्तार दे दिया गया है। 31 जुलाई को एसएस संधू सेवानिवृत्त हो रहे थे। लेकिन अब उन्हें छह महीने का सेवा विस्तार मिला है। जिसके बाद 31 जनवरी 2024 तक एसएस संधू उत्तराखंड के मुख्य सचिव की जिम्मेदारी संभालते रहेंगे।
सीएम धामी के कुर्सी संभालने के दूसरे दिन बने मुख्य सचिव
चार जुलाई 2021 को जहां पहली बार बतौर मुख्यमंत्री पद की शपथ पुष्कर सिंह धामी ने ली थी। तो वहीं पुष्कर सिंह धामी के शपथ लेने एक दिन के बाद पांच जुलाई को ही एसएस संधू को उत्तराखंड के मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई। जबकि ओमप्रकाश को मुख्य सचिव पद से हटा दिया गया। एसएस संधू को मुख्य सचिव पद पर सेवा विस्तार का जो तोहफा मिला है।
उसकी पहली वजह तो यही है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विश्वास पर वह पूरी तरीके से खरे उतरे हैं। उत्तराखंड सरकार की बात करें तो जो भी बड़े फैसले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड में अब तक लिए हैं, उनको धरातल पर उतारने की भी उनकी अहम भूमिका रही है। यही वजह है कि वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विश्वासपात्र भी माने जाते हैं।
पीएम मोदी के विश्वास पर उतरे खरे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा जिस तरीके से उत्तराखंड में कई केंद्रीय प्रोजेक्ट चल रहे हैं उनकी मॉनिटरिंग को भी बेहतर तरीके से बतौर मुख्य सचिव एसएस संधू बेहतर तरीके से निभा रहे हैं।
केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्यों की निगरानी हो या फिर ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश करणप्रयाग रेल लाइन जैसी केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं को केंद्र सरकार के अनुरूप आगे बढ़ाने में उनका योगदान रहा है। तो वहीं बद्रीनाथ धाम को मास्टर प्लान के तहत विकसित करने की योजना को भी वह धरातल पर उतार रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के चलते सेवा विस्तार को माना जा रहा अहम
1988 बैच के आईएएस डॉ एसएस संधू का सेवा विस्तार लोकसभा चुनाव को देखते हुए भी माना जा रहा है। क्योंकि कई प्रोजेक्ट उत्तराखंड में ऐसे हैं जिनको लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार के द्वारा पूरा किया जा सकता है। ऐसे में लोकसभा चुनाव से पहले एसएस संधू की भूमिका उन प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
उत्तराखंड के मुख्य सचिव बनने से पहले एसएस संधू भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष पद सेवाएं दे रहे थे। एसएस संधू की कार्यशैली बेहतर कार्य का परिणाम देने के साथ उनका शालीन व्यवहार भी उन्हें बेहतर अधिकारियों की श्रेणी में आगे रखता है। यही वजह है कि जब वह भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष पद पर काम कर रहे थे तो उनके काम की सराहना केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी कर चुके हैं।