ऋषिकेश के आईएसबीटी परिसर में बीते रविवार को बस परिचालक का शव मिला था. दून पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है शराब पीने के दौरान चालक और कंडक्टर के बीच हुई आपसी बहस के चलते आरोपी ने मृतक को बस की छत से धक्का दे दिया था.
ऋषिकेश ISBT में परिचालक की हत्या मामला
ऋषिकेश के आईएसबीटी परिसर में बीते रविवार को बस परिचालक का शव मिला था. दून पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपी चालक को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है शराब पीने के दौरान चालक और कंडक्टर के बीच हुई आपसी बहस के चलते आरोपी ने मृतक को बस की छत से धक्का दे दिया था.
मामले को लेकर बीते रविवार को मृतक के भाई विक्रम सिंह ने तहरीर दी थी. तहरीर में विक्रम ने कहा था कि उनका भाई भरत वाहन चालक धाम सिह के साथ बस में परिचालक का काम करता था. सुबह फ़ोन पर उन्हें सूचना मिली कि ऋषिकेश बस अड्डे पर उनका भाई मृत अवस्था में पड़ा हुआ है. तहरीर पर पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की.
पुलिस ने किया चालक को अरेस्ट
हत्या के खुलासे के लिए एसएसपी के निर्देश पर अलग- अलग टीमे गठित कर आरोपी की तलाश शुरू की गई. बस के चालक धाम सिंह रावत को मृतक की गैर इरादतन हत्या में गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में चालक ने बताया कि वह करीब 25 सालों से बस चलता है. पूर्व में वो भरत सिह भण्डारी के मामा राम सिंह की गाडी चलाता था.
शराब पीने के दौरान हुई थी दोनों के बीच बहस
आरोपी ने बताया करीब 6 महीने पहले उसके द्वारा वहां काम छोड दिया था. पिछले 15-20 दिनों से वह भरत सिंह की गाड़ी चला रहा था. जिसे भरत और प्रवीण ने संयुक्त रुप से खरीदा था. आरोपी ने बताया सात सितम्बर को को वह बस को जोगत से ऋषिकेश लेकर आया था.
भरत सिंह अपने घर जाना था. इस वजह से वह प्रवीण को बस का परिचालक बनाकर लाया था. शाम के समय भरत ने उसे बताया की वो ऋषिकेश आ रहा है. शाम के समय वह बस अड्डे पर आया. जहां दोनों ने ठेके से शराब खरीदी और फिर बस की छत पर बैठ कर शराब पीने लगे.
शराब पीने के दौरान दोनों के बीच भरत के मामा की गाड़ी को लेकर बहस होने लगी. इस दौरान मृतक को हल्का सा धक्का लगने पर वह अनयंत्रित होकर बस की छत से नीचे गिर गया और उसके सिर से खून निकलने लगा. आरोपी चालक ने बताया अचानक हुई घटना से डरकर वो मौके से भाग गया. कुछ देर बाद खाना खाकर वो वापस उसी बस में आकर बैठ गया. फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.