मंगलौर में उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा के बाद उत्तराखंड की सियासत गरमा गई है। पुलिस और कांग्रेसी नेताओं के बीच तगड़ी झड़प देखने को मिल रही है। पुलिस ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को लिबरहेड़ी गांव जाने से रोक दिया है। जिसको लेकर कांग्रेस नेताओं ने आक्रोश देखने को मिल रहा है।
उपचुनाव में हुई हिंसा से गरमाई उत्तराखंड की राजनीति
उपचुनाव के दौरान हुई हिंसा के बाद उत्तराखंड में माहौल गरमा गया है। पुलिस ने काज़ी निजामुदीन, हाजी फुरकान, सुमित ह्रदयेश, प्रीतम सिंह, यशपाल आर्य इमरान मसूद को लिबरहेड़ी गांव जाने से रोक दिया है। जिसके बाद सभी ने गिरफ्तारी देने की बात कही है। कांग्रेस नेताओं और पुलिस की बहस के बाद एस पी देहात खुद मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे।

अपनी गिरफ्तारी देने की जिद पर अड़े कांग्रेस नेता
काफ़ी देर हंगामे के बाद मंगलौर कोतवाली तमाम कांग्रेस के दिग्गज पहुंचे। जहां सभी कांग्रेस दिग्गज अपनी गिरफ्तारी देने पर अड़े हुए हैं। पुलिस के आला अधिकारी नेताओं को समझाने मे जुटे हुए हैं लेकिन वो मानने को तैयार नहीं है। कांग्रेस के सैकड़ों समर्थक भी मंगलौर कोतवाली पहुंचे हैं।
