प्रदेश में राजनितिक गलियारों में हलचल तेज है। जहां एक ओर प्रदेश में विपक्ष ऑपरेशन लोटस से घबराया हुआ है तो वहीं दूसरी ओर मंत्रियों को अपनी कुर्सी जाने का डर सता रहा है।
धामी कैबिनेट फेरबदल की खबर से हलचल
सीएम पुष्कर सिंह धामी इन दिनों दिल्ली दौरे पर हैं। उनके दिल्ली दौरे पर जाने के बाद से प्रदेश में धामी कैबिनेट में विस्तार के साथ ही फेरबदल की खबरें सामने आ रही हैं। धामी कैबिनेट में कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं तेज हो गई है।
नॉन परफार्मिंग मंत्रियों की जा सकती है कुर्सी
प्रदेश में धामी मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज होने के बाद अब मंत्रियों में अपनी कुर्सी जाने का डर है। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान से भी सीएम धामी को फ्री हैंड मिल चुका है।
जिसके बाद माना जा रहा है कि नॉन परफार्मिंग मंत्रियों की कुर्सी जा सकती है। माना जा रहा है कि कामकाज को कसौटी पर परखने पर दो या तीन मंत्रियों पर गाज गिर सकती है।
विवादित मंत्रियों की धामी कैबिनेट से छुट्टी तय
मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर पार्टी हाईकमान ने सीएम धामी को फ्री हैंड छोड़ दिया है। जिसके बाद सूत्रों के हवाले से खबर सामने आ रही है कि कैबिनेट से ऐसे मंत्रियों की छुट्टी तय है जो कि अक्सर विवादों में रहते हैं। इन खबरों के सामने आने के बाद मंत्रियों में हड़कंप मच गया है।
विवादों में रहने वाले मंत्रियों में सबसे ऊपर नाम कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का है। जो कि अक्सर विवादों में रहते हैं। कभी किसी से मारपीट तो कभी स्पीकर रहते हुए बेटे को नियमों के विरूद्ध नियुक्ति, विधानसभा बैकडोर भर्ती मामला इन सभी विवादों में प्रेमचंद अग्रवाल चर्चाओं में रहे थे। जिसके बाद माना जा रहा है कि उनकी कैबिनेट से छुट्टी हो सकती है।
नए चेहरों को मंत्रिमंडल में मिल सकती है जगह
सीएम पुष्कर सिंह धामी के दिल्ली दौरे के बाद कैबिनेट विस्तार की चर्चाएं तेज़ हो गई हैं। इस बार धामी मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों की एंट्री हो सकती है। माना जा रहा है कि इस बार पुराने चेहरों को रिप्लेस कर यंग टैलेंट को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
कैबिनेट फेरबदल की ये है बड़ी वजह
नॉन परफार्मिंग और विवादित मंत्रियों की धामी कैबिनेट से छुट्टी की खबरों के पीछे की बड़ी वजह बताई जा रही है। ये वजह युवा कैबिनेट की चाह है। दरअसल सीएम धामी और बहुत हद तक पीएम मोदी भी चाहते हैं कि उत्तराखंड की कैबिनेट में यंग टैलेंट को मौका मिले।
इसके साथ ही कैबिनेट में फेरबदल की बड़ी वजह लोकसभा चुनावों से पहले क्षेत्रीय, जातीय समेत सभी समीकरणों को साधना माना जा रहा है। बता दें कि वर्तमान मंत्रिमंडल में हरिद्वार, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ़ व नैनीताल जिलों का प्रतिनिधित्व नहीं है।