रुड़की: भाजपा नेता सुबोध राकेश पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। भाजपा के लिए इसे बड़ा झटका माना जा रहा है। सुबोध राकेश दिवंगत केबिनेट मंत्री सुरेंद्र राकेश के छोटे भाई और मौजूदा भगवानपुर से कांग्रेस विधायक ममता राकेश के देवर हैं। माना जा रहा है कि 2022 में देवर भाभी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। लेकिन, कुछ राजनीति जानकारों का यह भी कहना है कि इस सीट पर अब भाजपा-कांग्रेस और बसपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला भी हो सकता है।
2022 विधानसभा चुनाव की तारीखों को ऐलान होना बाकी है। माना जा रहा है कि जनवरी माह में चुनाव आचार संहिता लागू कर दी जाएगी। चुनाव नजदीक आते ही दल-बदल का खेल तेजी पकड़ सकता है। इसकी शुरूआत रुड़की से हो चुकी है। सुबोध राकेश 2017 में भाजपा के सिम्बल पर भगवानपुर विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। वो अब भाजपा छाड़कर हाथी पर सवार हो चुके हैं।
दरअसल, सुबोध रोकश की भाभी ममता राकेश ने उनको भाजपा में रहते हुए हरा दिया था। भगवानपुर सीट पर बसपा का भी अच्छा प्रभाव माना जाता है। इस सीट पर सुबोध रोकेश पर दांव लगाकर बसपा भी राज्य में अपनी वापसी के सपने देख रही है। हालांकि, मौजूदा हालातों में यह आसान नहीं होगा। कांग्रेस की इस सीट हमेशा से मजबूत पकड़ रही है।