विंटर लाइन का दीदार करने के लिए हर साल हजारों पर्यटक उत्तराखंड आते हैं। नैनीताल से विंटर लाइन का सुंदर नजारा दिखने लगा है। जिसे देखने के लिए पर्यटकों और फोटोग्राफरों की भीड़ उमड़ने लगी है।
नैनीताल में दिखने लगा विंटर लाइन का सुंदर नजारा
नैनीताल और इसके आसपास के इलाकों में इन दिनों आपको बेहद ही शानदार नजारा देखने को मिलेगा। आजकल शाम बेहद ही खास हो रही है। आसमान में सुंदर नजारा देखने को मिल रहा है और ये नजारा विंटर लाइन का है। चटक रंगों से सराबोर क्षितिज को देखने के लिए भीड़ उमड़ रही है।
आजकल दिन में नैनीताल का मौसम है बेहद खुशनुमा
बता दें कि आजकल दिन में नैनीताल का मौसम बेहद खुशनुमा हो रहा है। दिनभर दिन में चटख धूप खिली रह रही है तो शाम में अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है। इन दिनों शाम ढलने के साथ ही नैना पीक, किलबरी मार्ग, कालाढूंगी मार्ग सहित हल्द्वानी मार्ग पर हनुमानगढ़ी, ताकुला और निकटवर्ती नौकुचियाताल तक लाल पीली गुलाबी रंगों से रंगा आसमान का नजारा देखने को मिल रहा है।
क्या होती है विंटर लाइन ?
सर्दियों में पहाड़ों पर लाल,पीली और गुलाबी रंगों की लाइनें देखने को मिलती हैं। इसे ही विंटर लाइन कहा जाता है।आपको बता दें कि विशेषज्ञ मानते हैं कि ठंड के मौसम में वायुमंडल में नमी और मैदानी क्षेत्रों की धूल एक सीमित ऊंचाई के बाद रुक जाने से एक समानांतर रेखा बन जाती है। शाम के समय धूलकण के अधिक ऊपर उठने पर जब उस पर सूर्य की रोशनी पड़ती है तो वह चमक उठती है। धूलकण जितने ज्यादा होते हैं यह लाइन उतनी ही गहरी दिखाई देती है। इसे ही विटर लाइन के नाम से जाना जाता है।
स्विट्जरलैंड, मसूरी, मिजोरम व नैनीताल से दिखती है विंटर लाइन
आपको बता दें कि विंटर लाइन एक खास मौसम में ही दिखती है। ये नवंबर से दिसबंर के बीच ही नजर आती है।विंटर लाइन का ये नजारा लगभग दो महीने तक नजर आता है। दुनिया में विंटर लाइन केवल स्विट्जरलैंड, मसूरी, मिजोरम और नैनीताल और इसके आस-पास से ही नजर आती है।