गैरसैंण- लोकतंत्र में किसी निर्वाचित सरकार के लिए इससे इससे बुरी और शर्मनाक खबर क्या हो सकती है कि जनप्रतिनिधियो के चुने जाने के बावजूद जनता को ही क्षेत्र की बेहतरी के लिए मोर्चा खोलना पड़े। जी हां चमोली जिले के सिलपाटा इंटर कॉलेज में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने भूखहड़ताल का ऐलान कर दिया है।
दरअसल 135 छात्र-छात्राओँ वाले उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिलपाटा मे मौजूदा वक्त मे सिर्फ तीन शिक्षक तैनात हैं। साल 2014 में हुए विद्यालय का उच्चीकरण हुआ था उम्मीद जताई गई थी कि, अब इलाके के नौनिहाल क्षेत्र में ही दर्जा 11वीं, 12वीं की तालीम हासिल कर लेंगे। अभिभावकों को बच्चों को घर से दूर भेजना नहीं पड़ेगा लेकिन उनकी उम्मीद तीन साल बाद भी पूरी नहीं हो पाई। लिहाजा सरकारी रवैए के खिलाफ अभिभावकों ने महापंचाय के बड़े फैसले के तहत सड़क पर उतरने का ऐलान कर दिया है।
हालांकि सरकार को स्थानीय जनता ने एक हफ्ते की मोहलत भी दी है। सात दिनों में शिक्षा व्यवस्था पटरी पर उतरी तो ठीक, वरना अध्यापकों की तैनाती को लेकर सिलपाटा क्षेत्र की जनता बगावत का बिगुल बजा देगी। सरकार के खिलाफ जनता ने बगावत की तारीख मुकर्रर कर दी है। 31 जुलाई को सिलपाटा की जनता जिला मुख्यालय गोपेश्वर में भूख हड़ताल शुरू कर देगी।