उत्तरकाशी टनल रेस्क्यू ऑपरेशन एक बार फिर रुक गया है। सुरंग के अंदर ऑगर मशीन को भारी नुकसान हुआ है। अब वर्टिकल ड्रिलिंग की तैयारी शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए अभी दो से तीन दिन ओर लग सकते हैं।
श्रमिकों तक पहुंचने में लग सकता है समय
सुरंग के अंदर टूटी मशीन की ब्लेड को काटकर बाहर निकालने का काम चल रहा है। बताया जा रहा है इसमें कल तक का समय लगेगा। इसके बाद टनल में मशीन के बजाय केवल मैन्युअल काम ही होगा। जिसमें 24 घंटे तक का समय लगने का अनुमान है। माना जा रहा है की अगले दो से तीन दिन तक मजदूरों को सुरंग के अंदर ही इंतजार करना होगा।
ऑगर मशीन से नहीं किया जाएगा काम : अर्नोल्ड डिक्स
सिल्कयारा सुरंग बचाव अभियान पर अंतर्राष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, ‘इसके कई तरीके हैं। यह सिर्फ एक ही रास्ता नहीं है। फिलहाल सब कुछ ठीक है।’
अर्नोल्ड डिक्स ने कहा ‘अब आप ऑगरिंग नहीं देख पाएंगे। ऑगर खत्म हो गया है। बरमा (मशीन) टूट गया है। बरमा से अब कोई काम नहीं होगा। बरमा से अब और ड्रिलिंग नहीं होगी। कोई नया बरमा नहीं होगा। ‘