देहरादून: एटीएम क्लोनिंग के जरिये बड़ी संख्या में लोगों की मेहनत की कमाई पर डाका डालने की एक के बाद एक घटनाओं से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के साथ ही बैंकों में हड़कंप मचा है। हालांकि, पुलिस की एसआइटी प्रकरण की जांच कर रही है, लेकिन नेशनल पेमेंट कापरेरेशन आफ इंडिया (एनपीसीआइ) भी अलग से पड़ताल करेगा। यही नहीं, आरबीआइ ने मंगलवार को देहरादून में बैंकों की बैठक बुलाई है, जिसमें हालात से निबटने की रणनीति तय की जाएगी। वहीं, बैंक अब ऐसी व्यवस्था करने जा रहे हैं, जिससे एटीएम में किसी भी प्रकार की कोई चिप काम नहीं करेगी। इस बीच बैंकों की ओर से सभी ग्राहकों से एटीएम के पिन नंबर बदलने की अपील की गई है।
शुक्रवार से जिस प्रकार देहरादून के बैंक खाताधारकों के खातों से एटीएम के जरिये नकदी उड़ाने के मामले सामने आ रहे हैं, उससे बैंक सकते में हैं। आरबीआइ के देहरादून स्थित क्षेत्रीय कार्यालय उत्तराखंड के महाप्रबंधक सुब्रत दास के मुताबिक इस मामले में बैंकों के साथ ही पुलिस से जानकारी ली जा रही है। अब तक एटीएम का क्लोन तैयार कर ठगी के 57 मामलों की जानकारी आई है।
इस सिलसिले में आरबीआइ के केंद्रीय कार्यालय को भी अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बैंकों को निर्देश दिए गए हैं कि ग्राहकों के हितों की सुरक्षा के मद्देनजर आरबीआइ की छह जुलाई को जारी गाइडलाइन के मुताबिक कदम उठाएं।
बैंकों में दर्ज हुई 14 शिकायतें
देहरादून में एसबीआइ और पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में सोमवार को एटीएम ठगी के मामलों की 14 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें एसबीआइ में आठ और पीएनबी की शाखाओं में छह लोगों ने शिकायतें दर्ज कराई। शाखाओं से ये मामले अपने जोनल कार्यालयों को भेज दिए गए।
एटीएम में काम नहीं करेगी कोई चिप
बैंक अब एटीएम की सुरक्षा और मजबूत करने जा रहे हैं। भारतीय स्टेट बैंक के उत्तराखंड प्रशासनिक कार्यालय के उपमहाप्रबंधक सुबीर मुखर्जी के अनुसार ताजा घटनाक्रम को देखते हुए बैंक अपने सभी एटीएम में ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है, जिससे वहां न तो कोई चिप लगे और लग भी गई तो यह निष्क्रिय हो जाए।