2024 में होने वाले lok sabha election के लिए जहां सभी दलों ने लोक सभा चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। वहीं कांग्रेस के लिए 2024 का चुनाव उत्तराखंड में अपनी साख बचाने के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी का कोई भी सांसद लोकसभा नहीं पहुंच पाया।
कांग्रेस पार्टी lok sabha election को लेकर कर रही दावा
उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी से कोई भी सांसद लोकसभा चुनाव में अपनी जीत दर्ज नहीं कर पाया। 2014 का चुनाव हो या 2019 का पार्टी का कोई भी सांसद अपनी जीत दर्ज नहीं करा पाया। लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी लोक सभा चुनावों में जीत को लेकर दावा कर रही है। कांग्रेस चुनाव को लेकर अपनी पूरी तैयारी का दावा कर रही है।
भाजपा कांग्रेस की lok sabha election जीत को मान रही सपना
भाजपा लोक सभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को बस एकमात्र सपने के रूप में देख रही है। उत्तराखंड में भाजपा जहां लगातार अपनी जीत सुनिश्चित करती करती आ रही है तो वहीं कांग्रेस उत्तराखंड से अपने अंदरूनी कलह की कारण गायब होती दिख रही है।
भाजपा ने कहा की पहले कांग्रेस अपने अंदर की लड़ाई तो खत्म करे फिर lok sabha election के बारे में सोचे। उन्होंने कहा की उत्तराखंड की जनता ने कांग्रेस को एक सिरे से नकार दिया है।
बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस का संगठन ही ठीक तरीके से काम नहीं करता तो चुनाव में जीत तो दूर की बात है। सीट को लेकर ही कांग्रेस में खींचतान लगी है ऐसे में कांग्रेस का लोक सभा का चुनाव जीत पाना नामुमकिन है।
2024 का lok sabha election कांग्रेस के लिए अग्निपरीक्षा
उत्तराखंड में कांग्रेस पिछले कुछ सालों से कमजोर नजर आ रही है। कांग्रेस का कोई भी सांसद 2014 के बाद से उत्तराखंड से लोकसभा नहीं पहुंचा है। तो वहीं कांग्रेस का राज्यसभा का कोटा भी उत्तराखंड से खाली हो चुका है। ना तो उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आप आ रही है और ना ही लोकसभा की सीटें आ रही हैं।
ऐसे में 2024 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के लिए अग्निपरीक्षा है। जिसमें देखना होगा कि कांग्रेस इस अग्नि परीक्षा में पास होकर कुछ सीटें जीतने में कामयाब हो पाती है। या फिर बीजेपी के लिए इस बार जीतना आसान होगा।
इनपुट – सुशांत सिंह