आज हीरा सिंह राणा भले ही हमारे बीच न हो लेकिन उनके गीतों की चमक आज भी बिखरी हुई है। मशहूर लोक गायक स्वर्गीय हीरा सिंह राणा उत्तराखंड के गिनेचुने कलाकारों में से एक थे। उनके कई गीत ऐसे भी हैं जो दुनिया के सामने नहीं आ पाए। उससे पहले ही उन्होंने दुनिया लो अलविदा कह दिया।
संगीत में राणा को गुरु मानते हैं अजय ढौंडियाल
स्वर्गीय हीरा सिंह राणा के ऐसे अनजाने गीतों को सामने लाने के अभियान डॉ अजय ढौंडियाल ने शुरू किया है। अजय ढौंडियाल पेशे से पत्रकार हैं ओर अच्छे गायक भी हैं। बता दें ढौंडियाल राणा को अपना संगीत का गुरू मानते हैं। राणा के सानिध्य में रहकर उन्होंने लोक संगीत की बारिकियों को बखूबी सीखा।
पांडवाज के साथ तीन प्रोजेक्ट में काम कर चुके हैं ढौंडियाल
लोक संगीत के क्षेत्र में अपने बेहतरीन काम से अलग पहचान बना रहे पांडवाज ग्रुप का उन्हें साथ मिला है। बता दें अभी तक ढौंडियाल पांडवाज ग्रुप के साथ तीन प्रोजेक्ट पर काम कर चुके हैं। हाल फिलहाल में वो अपने चौथे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। जो सितंबर में रिलीज होगा। बता दें हीरा सिंह राणा के गीतों का मिजाज सबसे लग रहा है।
प्राकृतिक अंदाज में गाना पसंद करते थे हीरा सिंह राणा
ढौंडियाल बताते हैं हाथ में हुड़का पकडे़ राणा लोगों के बीच प्राकृतिक अंदाज में गाना पसंद करते थे। अजय ढौंडियाल ने बताया राणा के गीतों का संसार बहुत बड़ा है। उन्होंने अपने बहुत कम गानों को रिकार्ड कराया है। राणा ने कहा ये समाज की जिम्मेदारी है कि उनके अनजाने गीतों को सामने लाया जाए। इस क्रम में उन्होंने ये प्रयास किये हैं।