दिवाली के त्योहार पर हुई आतिशबाजी ने उत्तराखंड की आबोहवा को प्रदूषित कर दिया है. प्रदेश में इस साल दीपावली के मौके पर पटाखों की गूंज के बीच निकलते जहरीले धुएं ने हवा में जमकर जहर घोला है. जिससे उत्तराखंड के प्रदूषण का स्तर दिल्ली के प्रदूषण स्तर तक पहुंच गया है.
आतिशबाजी ने किया उत्तराखंड की आबोहवा को प्रदूषित
दिवाली के बाद आतिशबाजी का शोर तो थम गया है, लेकिन उत्तराखंड की आबोहवा में घुला जहर अब भी बरकरार है. प्रदेश का एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार सामान्य से कई गुना अधिक बना हुआ है. हालात ऐसे है कि उत्तराखंड के प्रदूषण का स्तर दिल्ली के प्रदूषण स्तर तक पहुंच गया है.
दिवाली के बाद खराब हुई इन दो शहरों की हवा
खासकर देहरादून शहर की घनी आबादी क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब बनी हुई है. बता दें 30 अक्टूबर से पहले राजधानी देहरादून में AQI लेवल 96 से 107 तक था, लेकिन 30 और 31 अक्टूबर को देहरादून का एवरेज AQI लेवल 288 तक पहुंच गया है. जबकि बढ़ते प्रदूषण के मामले में काशीपुर दूसरे नंबर पर रहा.
जानें अन्य शहरों को हाल
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव पराग मधुकर धकाते के अनुसार रूड़की में 31 अक्टूबर को AQI लेवल 233 रहा तो हरिद्वार में AQI लेवल 211 था. इधर ऋषिकेश में AQI लेवल 175, नई टिहरी में AQI लेवल 93 रहा, जोकि सामान्य दिनों में 40 तक रहता है. वहीं नैनीताल में AQI लेवल 103 तक पहुंचा, जो सामान्य दिनों में 50-60 के बीच रहता है.
हवा को शुद्ध करने के लिए किया जा रहा पानी का छिड़काव
दिवाली के मौके पर पहाड़ से लेकर मैदान तक की हवा में घुले इस जहर को कम करने के प्रयास किये जा रहे हैं. जहरीली हवा को शुद्ध करने के लिए पानी का छिड़काव किया जा रहा है. शहरों की फिजा में घुले जहर को छंटने में अभी कुछ दिन और लग सकते हैं. ऐसे में आप अपनी सेहत का ख्याल रखें.