ऋषिकेश : एम्स ऋषिकेश में पढ़ रहे मेडिकल स्टूडेंट खासे गुस्से में हैं। उन्होंने देर रात को एम्स में जमकर प्रदर्शन भी किया। दरअसल, मेडिकल के ये स्टूडेंट अपने लिए छुट्टी की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब देश के ज्यादातर एम्स को सरकारी संस्थानों में छुट्टी हो चुकी है, तो फिर एम्स में छुट्टी क्यों नहीं की जा रही है। मेडिकल के छात्रों को अस्पताल में रोजाना जाना ही होता है। ऐसे में उनको खतरा और बढ़ जाता है। छात्रों का ये भी आरोप है कि एम्स प्रशासन उनके परिजनों की मेल का जवाब नहीं दे रहा है। परिजन बेहद परेशान हैं।
एम्स ऋषिकेश में बुधवार की देर रात छुट्टी की मांग को लेकर करीब 150 मेडिकल स्टूडेंट कॉलेज कैंपस में उतर आए। छात्रों ने रात करीब 10 बजे प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों का कहना था कि जब देश भर में अधिकतर कॉलेजों को बंद कर दिया गया है तो फिर उन्हें क्यों छुट्टी नहीं दी जा रही है। ज्यादातर एम्स में छुट्टियां घोषित कर दी गईं हैं। रात 12 बजे तक करीब छात्र एम्स परिसर स्थित छात्रावास के बाहर जमा थे।एम्स प्रशासन छात्रों को देर रात 12 बजे समझाने में सफल रहा।
एम्स के डीन शैक्षणिक और प्रवक्ता डा. मनोज कुमार गुप्ता ने कहा कि पूरे देश में भारत सरकार द्वारा मेडिकल इमरजेंसी लागू की गई है। जिसमें प्रशिक्षित चिकित्सकों सहित प्रशिक्षु चिकित्सकों की भी मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर सुरक्षा संबंधी आरोप छात्रों के गलत हैं। सेनिटाइजर उपलब्ध कराए गए हैं। बैठने की व्यवस्था में एक मीटर का अंतर रखा गया है।