प्रदेश में अक्सर शिक्षकों के स्कूलों से गायब रहने की खबरें सामने आते रहते हैं। पौड़ी गढ़वाल जिले के जयहरीखाल से भी ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां प्रधानाध्याक को स्कूल से गायब रहना मंहगा पड़ गया। उन्हें अब निलंबित कर दिया गया है।
स्कूल से गायब रहना प्रधानाध्यापक को पड़ गया मंहगा
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के जयहरीखाल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोलागाड़ के प्रधानाध्यापक को बिना बताए स्कूल से गायब रहना मंहगा पड़ गया। बिना अवकाश के स्कूल से गायब रहने के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी ने जारी किए आदेश
बता दें कि जयहरीखाल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोलागाड़ के प्रधानाध्यापक स्कूल से बिना बताए, बिना अवकाश के गायब थे। जिसके बाद उन्हें लापरवाही बरतने और बिना छुट्टी के गायब रहने के कारण सस्पेंड कर दिया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही उन्हें उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर कर दिया गया है।
कई दिनों तक बिना बताए स्कूल से थे गायब
बता दें कि प्राथमिक विद्यालय कोलागाड़ में सेवारत प्रधानाध्यापक हरित कुमार बिना अवकाश स्वीकृत किए अप्रैल और मई के महीने में कई दिनों तक स्कूल से गायब थे।
इसको लेकर जब अधिकारियों द्वारा उनसे जवाब मांगा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जिसके बाद बायोमेट्रिक उपस्थिति से मार्च, अप्रैल और मई महीने में प्रधानाध्यापक के अनुपस्थिति रहने की भी पुष्टि हुई।
20 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश
बता दें कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोलागाड़ के प्रधानाध्यापक पर विभागीय बैठकों में अनुपस्थित रहने, विद्यालय अनुदान का समुचित उपयोग ना करने, राजकीय कार्यों में सहयोग न करने और आरटीई अधिनियम का उल्लंघन करने के साथ ही कई आरोप लगे हैं।
जिसके बाद उन पर जांच बिठाई गई। उप शिक्षा अधिकारी द्वारा इस मामले की जांच के बाद हरित कुमार को निलंबित कर दिया गया है और उन्हें उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इस मामले में 20 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।