पिथौरागढ़: पिथौरागढ़ जिले की सीमा नेपाल से लगी हुई। वैसे तो भारत-नेपाल बाॅर्डर हमेशा खुला रहता था, लेकिन पिछले कुछ समय से नेपाल के प्रधामंत्री केसी शर्मा ओली के फैसलों से दोनों देशों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। चीन के साथ भी सीमा विवाद और नेपाल को चीन के साथ के बाद इंटरनेशनल बाॅर्डर को बंद किया गया है। इसमें कोरोना भी एक बड़ा कारण है, लेकिन एक ऐसा मौका आया, जब बाॅर्डर को शादी के लिए खोलना पड़ा। पिथौरागढ़ के जाजरदेवल के रहने वाले कमलेश तीन लोगों के साथ धारचूला के इंटरनेशनल झूला पुल से दार्चुला नेपाल गए और अपनी दुल्हनिया ले आए.
दरअसल, में दोनों मुल्कों को जोड़ने वाला यह पुल 22 मार्च से कोरोना के चलते बंद है. सिर्फ विशेष मौकों पर ही इस पर आवाजाही हो पा रही है. कमलेश की शादी मार्च में नेपाल के दार्चुला में तय हुई थी. लेकिन लॉकडाउन के कारण शादी नहीं हो पाई. लंबे इंतजार के बाद दोनों परिवारों ने शादी का फैसला किया. कमलेश ने भारतीय प्रशासन से इंटरनेशनल झूला पुल खुलवाने की गुजारिश की थी. दोनों मुल्कों के बीच बातचीत में तय हुआ कि दोपहर 12 बजे मात्र आधे घंटे के लिए पुल खोला जाएगा. इसी दौरान कमलेश तीन लोगों के साथ नेपाल के दार्चुला पहुंचे और आधे घंटे में शादी कर भारत के धारचूला वापस लौट आए.
जोड़े ने दोनों मुल्कों के प्रशासन को धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि भारत-नेपाल में रोटी-बेटी के रिश्ते यूं ही कायम रहेंगे. एसएसबी इंस्पेक्टर दीपक चंद ने बताया कि पिथौरागढ़ जिला प्रशासन से आधे घंटे के लिए पुल खोलने के निर्देश उन्हें मिला था. इसी दौरान कमलेश को शादी करने के लिए नेपाल भेजा गया और वो निर्धारित समय पर शादी करके अपनी दुल्हन के साथ भारत लौट आया.