देहरादून : पेड़ प्राणी के जीवन का अभिन्न अंग है। पेड़ों के बिना जीवन की कल्पना करना नामुमकिन है। वृक्षों के बिना जीवन संभव नहीं है। वृक्ष हमेशा देते हैं, लेकिन लेते कुछ नहीं है। प्रत्येक मनुष्य को अपने जीवन में एक पौधा जरूर लगाना चाहिए। पेड़ों से मनुष्य को ऑक्सीजन, छाया, फल के साथ कई बिमारियों से लड़ने वाली जड़ी बूटियां मिलती है और पेड़ बरसात लाने में सहायक होते हैं। इसलिए हमारा फर्ज है कि हम पेड़-पौधे लगाएं और पर्यावरण को बचाएं। ऐसा ही काम किया ‘मै हूं सेवादार’ टीम ने।
गिरे पेड़ को जेसीबी और क्रेन के जरिए फिर किया जिंदा
“सांसें हो रही है कम आओ पेड़ बचाएं हम”…देश दुनिया में जहां पेड़ रोज काटे जा रहे हैं, वहीं पेड़ों को बचाने के लिए कि ‘मैं हूं सेवादार’ की टीम संवेदनशील है। मैं हूं सेवादार की टीम ने गिरे विशालकाय पेड़ को जड़ समेत जेसीबी और क्रेन की मदद से आज पुनः स्थापित किया। टीम की जमकर सराहना की जा रही है। “स्वयं अब जागकर हमको जगाना देश है अपना” कहते हैं कि मनुष्य अपने हित के तो रोज जगता है लेकिन जब समाज हित के जगता है तो परिवर्तन होता है, जो समाज के लिए हितकारी होता है। काफी भागदौड़ के बाद वन विभाग और नगर निगम की मदद से रेस कोर्स में गिरे पिलखन के पेड़ को पुनः स्थापित करने का पुण्य प्राप्त हुआ। आज टीम ‘मै हूं सेवादार’ का प्रयास देश हमें देता है। सब कुछ हम भी तो कुछ देना सीखें और आज हमें इतनी खुशी मिल रही है कि जैसे घर में नया मेहमान आता है और जैसे घायल व्यक्ति ठीक होकर घर लौटता है।
आज हमारी मुहीम जो समाज को जीवन देता है। आज उसी पर जीवन का संकट खड़ा हो गया था। अभी हाल ही में कोरोनाकाल में ऑक्सीजन के महत्व को समझा। आज हमें अपनी झिझक को छोड़कर समाज हित के कार्य में आगे आना चाहिए।
इस मुहिम में संजीव गुप्ता, कैलाश कुढ़ियाल, अनिल गुप्ता, विनोद गौड़, बलवंत, राहुल पंवार, राजेंद्र रावत, संदीप मुखर्जी, वन विभाग अधिकारी अनुज चौहान, रेंजर सुमन, सोम प्रकाश, विवेक शर्मा, अन्नू शर्मा, चंद्र सिंह, जितेंद्र डंगवाल, अनुज पंवार मौजूद रहे।