आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग सुकून ढूंढ रहे हैं। काम का बोझ इतना बढ़ गया है कि लोग तनाव में आकर खौफनाक कदम उठा रहे हैं। तनाव से मुक्ति पाने के लिए कोई दवाई का रहा है तो कोई नशा कर रहा है लेकिन एक देश ऐसा है जहां शांति पाने के लिए लोग पैसों की परवाह नहीं कर रहे हैं और सुकून पाने के लिए मोबाइल बेच रहे हैं और तो और वो जेल तक जाने को तैयार हैं।
जी हां बता दें कि वो देश है दक्षिण कोरिया. दरअसल इस देश में एक सर्वे हुआ है जिसमे हैरान कर देने वाली रिपोर्ट आई है। लोग शांति पाने के लिए मोबाइल बेच रहे हैं और सलाखों के पीछे जाने के लिए तैयार हैं। दरअसल, इनसाइडर ने अपनी एक ऑनलाइन रिपोर्ट में इस सर्वे के बारे में बताया कि लोग रोजमर्रा की जीवनशैली से तंग आ चुके हैं और वे शांति ढूंढ रहे हैं।
सर्वे में पता चला कि कुछ जगहों पर तो यह देखा गया कि शांति-सुकून पाने के लिए लोग पैसे भी चुका रहे है। वे अपना मोबाइल तक बेचने के लिए तैयार हैं और अपना घर बार सब छोड़ देना चाहते हैं। ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने भी अपनी एक रिपोर्ट में इस बात की चर्चा करते हुए लिखा कि इस टर्म को वहां ‘हिटिंग मंग कल्चर’ का नाम दिया गया है, साथ ही रिपोर्ट में कई ऐसे तस्वीरें भी पोस्ट की गई हैं जिनमें लोग शांति के लिए बेचैन दिख रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक शोध में खुलासा हुआ है कि लोग एक दूसरे को देखना तक नहीं चाह रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि इसका कारण है कि दक्षिण कोरिया में लोग काम के दबाव से तंग आ चुके हैं। कोरोना काल में ये और खतरनाक हो गया। यहां लोगों में पैसा खर्च कर शांति खोज रहे हैं। दक्षिण कोरिया में एक कंपनी में काम करने वाली महिला का कहना है कि लंबी शिफ्ट के बाद सुकून की तलाश में हैं। महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले वो पैदल जा रही थी और एक शख्स उससे टकराया। पहले की स्थिति में दोनों माफी मांगते और अपने रास्ते पर चले जाते, लेकिन अब हर कोई इतने गुस्से में रहता है कि झगड़े शुरू हो जाते हैं।