दिल्ली- अब भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पैलेट गन नही मिर्ची ग्रेनेड का इस्तेमाल किया जाएगा। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज पैलेट गनों के विकल्प के रुप में भीड नियंत्रित करने के लिए मिर्च पाउडर भरे ग्रेनेडों के इस्तेमाल को मंजूरी दी है। गौरतलब है कि कल यानि रविवार को गृहमंत्री राजनाथ सिंह अशांत कश्मीर का सर्वदलीय दौरा करेंगे। कश्मीर के दौरे से पहले यह मंजूरी प्रदान की है। दरअसल बीते 24-25 अगस्त की कश्मीर यात्रा के दौरान सिंह ने कहा था कि आने वाले दिनों में सुरक्षा बलों को पैलेट गनों का विकल्प दिया जाएगा।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि गृहमंत्री ने पैलेट गनों के विकल्प के रुप में पेलार्गोनिक एसिड वेनिलाइल एमाइड (पावा) के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी जिसे नॉनिवेमाइड भी कहा जाता है। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव टी वी एस एन प्रसाद की अध्यक्षता वाली सात सदस्यीय विशेषज्ञ समिति ने 29 अगस्त को जमा की गयी अपनी रिपोर्ट में पावा के उपयोग की सिफारिश की थी। माना जा रहा है कि कश्मीर घाटी में कल करीब 1000 पावा गोले पहुंचेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि पैलेट गनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाये जाने की संभावना नहीं है लेकिन इनका इस्तेमाल तब किया जाएगा जब कोई विकल्प सामने न हो।
घाटी में पैलेट गनों के इस्तेमाल से बडी संख्या में प्रदर्शनकारियों के चोटिल हो जाने और उनकी आंखों की रोशनी चले जाने के मामलों के बाद समिति का गठन किया गया था। गत आठ जुलाई को हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी के सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में मारे जाने के बाद से कश्मीर घाटी में अशांति का माहौल है। मिर्च पाउडर से भरे ‘पावा गोले’ कम घातक हैं और कुछ देर के लिए जड कर देते हैं। लखनऊ में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की प्रयोगशाला ‘भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान’ में पिछले एक साल से ‘पावा गोलों’ का परीक्षण चल रहा था।