उत्तरकाशी : हमेशा बेरोजगारी और रोजगार न होने का रोना रोने वाले और अपने माता-पिता के दम पर एश करने वाले युवाओं को उत्तरकाशी के तीन लड़कों ने आईना दिखाने का काम किया. बेरोजगारी को लेकर जहां आजकल युवा आत्महत्या जैसे कदम उठा रहे हैं औऱ साथ ही सीएम आवास कूच से लेकर हड़ताल कर रहे हैं उनको इन युवाओं ने एक अच्छा संदेश दिया.
औली नाम से होम डिलीवरी चाय बेचने का काम किया शुरू
जी हां पॉलीटेक्निक उत्तरकाशी से इस साल पासआउट होकर तीन युवाओं ने 26 जुलाई से शहर के औली नाम से होम डिलीवरी चाय बेचना शुरू किया है। इसके इनको अच्छे परिणाम भी मिल रहे हैं। बैंकों से लेकर कार्यालयों तक से इन्हें आर्डर मिलने लगे हैं। इन युवाओं ने चाय के 10 फीसद लाभ को गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षा पर खर्च करने का भी संकल्प लिया है।
तीनों युवाओं ने अपनी पॉकेटमनी से की इसकी शुरुआत
आपको ये भी बता दें इन तीनों युवाओं ने अपनी पॉकेटमनी से इसकी शुरुआत की. अभिषेक उनियाल ने बताया कि पॉलीटेक्निक में पढ़ाई के दौरान उनके दिमाग में छोटे रोजगार को बड़े स्तर पर करने का आइडिया आया। पेपर खत्म होते ही तीनों दोस्तों ने वेबसाइट और ब्लॉग से विश्व स्तर पर पसंद की जाने वाली चाय के बारे में जाना तथा उनकी रेसिपी की जानकारी ली। शहर के बीच में एक कमरा लेकर चाय बनाने का सामान जुटाया और 26 जुलाई से औली चाय के नाम से इसकी शुरुआत की।
तीनों दोस्तों को अलग-अलग काम की जिम्मेदारी सौंपी गई
वहीं इस काम में तीनों दोस्तों को अलग-अलग काम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसमें वे चाय की डिलीवरी के साथ बिलिंग का भी काम देख रहे हैं। बृजेश नेगी के पास चाय बनाने की जिम्मेदारी है। जबकि अभिषेक उनियाल चाय की डिलीवरी में मदद के साथ सभी कार्यों पर निगरानी भी रखेंगे। ये हैं तीन युवा
इतने अंकों से की तीनों ने इंजीनियरिंग पास
विनित चौहान निवासी पाटा उत्तरकाशी, सिविल इंजीनियरिंग से 76 फीसद अंकों के साथ पास आउट हैं तो वहीं अभिषेक उनियाल निवासी माजफ, प्रतापनगर, टिहरी गढ़वाल, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से 78 फीसद अंकों के साथ पास आउट हैं साथ ही बृजेश नेगी, निवासी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से 77 फीसद अंकों के साथ पास आउट हैं.
आठ प्रकार की चाय बेच रहे हैं युवा
लेमन चाय, दूध चाय, मसाला चाय, ग्रीन चाय, आम पापड़ चाय, हरी मिर्च चाय, ईरानी चाय व औली चाय।