हरिद्वार: कनखल पुलिस ने जानलेवा हमले के मामले में भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अमरदीप चौधरी को गिरफ्तार कर लिया। इससे नाराज अमरदीप के समर्थकों ने कनखल थाने पहुंचकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने हंगामा कर रहे छात्र नेताओं को फटकारते हुए शांत कराया। अमरदीप और उसके भाई बादल सहित गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं के खिलाफ पिछले महीने जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं गिरफ्तारी होने पर भाजयुमो जिलाध्यक्ष हरजीत ¨सह ने अमरदीप चौधरी को पद से हटा दिया है।
कनखल के जगजीतपुर में पिछले महीने भाजयुमो और अभाविप नेताओं ने एक परिवार के साथ मारपीट कर दी थी। जिसमें उषा देवी और उनके बेटे विक्की चौधरी को गंभीर चोट आई थी। मामले में उषा देवी की ओर से भाजयुमो जिला उपाध्यक्ष अमरदीप चौधरी और उसके भाई बादल चौधरी पुत्र नैन सिंह निवासी जगजीतपुर, गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में छात्र संघ अध्यक्ष रहे सिमरनजीत सिंह बाजवा पुत्र जसबीर सिंह निवासी ऐथल पथरी, अमित पुत्र अरुण सिंह निवासी जगजीतपुर और गौरव चौहान पुत्र सुरेंद्र सिंह निवासी पैठगंज मुरादाबाद के खिलाफ जानलेवा हमले सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया था।
कनखल थाने में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज होने के चलते पुलिस ने अमरदीप के खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई की। मुकदमे की जांच कर रहे उपनिरीक्षक संदीप चौहान ने सोमवार को मुखबिर की सूचना पर जगजीतपुर से अमरदीप को गिरफ्तार कर लिया। एसओ कनखल अनुज सिंह ने बताया कि आरोपी कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
मुकदमों के बीच हुई थी ताजपोशी
पुलिस ने अमरदीप के खिलाफ मुकदमों की सूची भी जारी की है। अकेले कनखल थाने में उसके खिलाफ कुल नौ मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें चार मुकदमों में जानलेवा हमले की धारा 307 लगी है। इतना ही नहीं राष्ट्रध्वज निवारण अधिनियम के तहत भी एक मुकदमा अमरदीप के खिलाफ दर्ज है। घर में घुसकर मारपीट व बलवे की धाराओं में कई केस दर्ज हैं। पहले से दर्ज चले आ रहे मुकदमों के बीच भाजपा युवा मोर्चा में जिला उपाध्यक्ष पद पर अमरदीप की ताजपोशी की गई थी। वहीं जिलाध्यक्ष हरजीत सिंह का कहना था कि संगठन में पदाधिकारी बनाने के लिए अलग- अलग जगहों से नाम आते हैं। जिला उपाध्यक्ष बनाने के दौरान अमरदीप के खिलाफ मुकदमों की जानकारी नहीं थी। अब गिरफ्तारी की सूचना मिली है, तत्काल अमरदीप को हटा दिया गया है। संगठन में गलत गतिविधियों वाले लोगों के लिए कोई जगह नहीं है।