देहरादून- और 10 दिन बाद जीत सकी उत्तराखंड के बहादुर बेटे से मौत। चमोली जिले के नारायणबगड़ विकासखंड के नाखोली गांव के निवासी और मौजूदा वक्त मे देहरदून के सेलाकुई में रहने वाले हवलदार नरेंद्र बिष्ट अब हमारे बीच नहीं रहे। एक बार फिर उत्तराखंड में मातम पसर गया है।
10 दिन तक लगातार मौत से मुठभेड़ करते हवलदार नरेंद्र मौत से हार गए। उनकी शहादत की खबर से उत्तराखंड में देहरादून से लेकर चमोली तक शोक की सर्द लहर दौड़ गई है। गौरतलब है कि उत्तराखंड का बहादुर बेटा नरेंद्र बीते सात अगस्त को आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान घायल हुआ था।
भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात नरेंद्र को सैन्य अस्पताल मे इलाज के लिए दाखिल किया गया था लेकिन ईलाज के दौरान आज नरेंद्र ने दम तोड़ दिया। जानकारी के मुताबिक शहीद का पार्थिक शरीर आज शाम तक देहरादून के सेलाकुई स्थित आवास पर पहुंच जाएगा। हवलदार नरेंद्र की शाहदत से पूरा उत्तराखंड गमगीन है, परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है।
सरहद से आने वाली हर खबर से उत्तराखंड का दिल बैठ जाता है न जाने किसके आंगन में ताबूत उतरने वाला है। आए दिन लालों के ठंडे जिस्म के ताबूत सूबे में आ रहे हैं । समझ में नहीं आ रहा है कब तक ये सिलसिला जारी रहेगा। उत्तराखंड के बहादुर बेटे हवलदार नरेंद्र बिष्ट की शहादत को (khabaruttarakhand.com) को सलाम।