देहरादून- सब कुछ सीएम और मंत्री के मन मुताबिक हुआ तो सूबे के शिक्षण संस्थानों की तस्वीर बदल जाएगी। जो धारणा डिग्री कॉलेजों की बनी हुई मुमकिन है कि आने वाले वक्त में गुजरे जमाने की बात हो जाए।
आज सूबे के सीएम त्रिवेंद्र रावत ने उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के महकमें की समीक्षा बैठक ली। समीक्षा बैठक के दौरान जहां डिग्री कॉलेज मे ड्रेस कोड तय करने की बात की गई वहीं निजी विश्वविद्यालयों पर निगरानी रखने के लिए राज्य निजी विश्वविद्यालय नियामक प्राधिकरण गठन करने की भी बात की गई।
इस दौरान सीएम ने उच्च शिक्षा मंत्री के मन मुताबिक निर्देश राज्य के अधिकारियों को दिए। सीएम ने निर्देश देते हुए कहा कि डिग्री कॉलेजों में अकादमिक पचांग का कड़ाई से पालन होना चाहिए ताकि तालीम का माहौल बरकरार रहे। वहीं उच्च शिक्षण संस्थानों में अध्यापकों की कमी को देखते हुए उच्च शिक्षा चयन बोर्ड बनाने की बात भी कही गई।
इस मौके पर सीएम ने कहा कि कॉलेज महज डिग्री बांटने के ठिकाने न बने बल्कि ऐसे केंद्र बने जहां से पढ़ने वाले के जीवन में तरक्की तो आए ही समाज को भी रफ्तार मिले। विश्वविद्यालय और महाविद्यालय गुणवत्ता वाली तालीम के केंद्र बनने चाहिए।
इस मौके पर सीएम ने राज्य के अधूरे पड़े महाविद्यालयों के भवनो के लिए 22 करोड़ रुपए देने का ऐलान भी किया वहीं एक ऐसे कॉरपस फंड बनाने पर भी जोर दिया जिससे हर साल 100 छात्रों को रिसर्च स्कॉलरशिप मिल सके।
इस दौरान सीएम ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि, हर हाल मे डिग्री कॉलेजों की परीक्षांए तीन पखवाड़े के भीतर निपट जानी चाहिए जबिक 25 जून को अकादमिक पंचांग जारी हो जाना चाहिए।
वहीं हर कालेज कैंपस मे ई- पुस्तकॉलय और “वॉल ऑफ हीरोज” बनाने के भी निर्देश दिए गए। ताकि नौजवान देश के वीर फौजी सिपाहियों के जीवन से प्रभावित हो सकें। इसके अलावा भी कई अहम निर्णय समीक्षा बैठक के दौरान लिए गए।