अल्मोड़ा के अलग अलग क्षेत्रों में तेंदुए की दहशत से ग्रामीणों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। एक माह के भीतर तेंदुआ पांच से अधिक जानवरों को निवाला बना चुका है।
इन क्षेत्रों में तेंदुए का आतंक
तेंदुए की दहशत से ग्रामीणों ने अकेले घर से बाहर निकलना बंद तो कर दिया है। महिलाएं भी मवेशियों के लिए चारा लेने जंगल नहीं जा पाती। अल्मोड़ा जनपद के चौनलिया, हऊली, कोट, डुमना, करगीना, खनोली, भौनली, नवाड आदि गांवों में तेंदुए का आतंक लंबे समय से बना है।
शाम होते ही ग्रामीण घरों में कैद होने को मजबूर
ग्रामीणों ने बताया कि शाम होते ही तेंदुआ घरों के पास पहुंच रहा है। जिससे गांव में दहशत बनी हुई है। शाम होते ही लोग घरों में कैद हो जाते हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए के आतंक से निजात दिलाने के साथ ही क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की है।
मामले को लेकर रेंजर तापस मिश्रा ने ग्रामीणों से सतर्क रहने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में जल्द ही कैमरे लगाकर तेंदुए की सक्रियता का पता लगाया जाएगा। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।