मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विजन के अनुरूप प्रदेश में शिक्षा की रीढ़ को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए गुरुवार को कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना (जूनियर स्तर) को स्वीकृति दी गई। सरकारी स्कूलों में छात्रों का अध्ययन प्रोत्साहित करने, उपस्थिति बढ़ाने और ड्राप ऑउट को रोकने के लिए धामी सरकार काम कर रही है।
धामी कैबिनेट में लगी मोहर
माना जा रहा है कि यह योजना आने वाले दिनों में राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के हिसाब से गेम चेंजर साबित होगी। इस योजना के अंतर्गत कक्षा छह से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री मेधावी छात्र प्रोत्साहन छात्रवृत्ति योजना (जूनियर स्तर) के तहत विकासखण्ड स्तर पर कक्षा पांच से उत्तीर्ण विद्यार्थियों के बीच प्रतियोगात्मक परीक्षा के आधार पर कुल प्रतिभागी छात्रों में से 10 प्रतिशत श्रेष्ठता वाले छात्र-छात्राओं को यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
प्रदेश के 95 विकासखण्डों में पांचवी कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 79532 है। जिनमें से छात्रवृत्ति 10 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की संख्या 7953 होगी। इस छात्रवृत्ति को शुरुवात के पहले साल छठी कक्षा में पढ़ने वाले चयनित विद्यार्थियों को दिया जायेगा।जो निर्धारित पात्रता के अनुसार क्रमिक वर्षों मे कक्षा आठ तक दिया जायेगा।
पात्र विद्यार्थियों को ये मिलेगा लाभ
योजना के तहत कक्षा छह के पात्र विद्यार्थियों को अधिकतम एक साल तक 600 रूपये प्रतिमाह, कक्षा सात के पात्र विद्यार्थियों को अधिकतम एक साल तक 700 रूपये प्रतिमाह और कक्षा आठ के पात्र विद्यार्थियों को अधिकतम एक साल तक 800 रूपये प्रतिमाह की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
ये होगी योग्यता
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्र-छात्राओं को राज्य में संचालित राजकीय, राजकीय सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं (केन्द्रीय व आवासीय विद्यालयों को छोड़कर) कक्षा पांच संस्थागत रूप से उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। वर्तमान में कक्षा छह में संस्थागत छात्र-छात्रा के रूप में पढ़ना भी अनिवार्य है। कक्षा छह और सात में प्रत्येक कक्षा में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति 75 प्रतिशत और अंक 60 प्रतिशत प्राप्त किया जाना अनिवार्य होगा।
नहीं होगा छात्र-छात्राओं के साथ भेदभाव
अनुसूचित जाति एवं जनजाति और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का लाभ समुचित रूप से मिल सके इसके लिए उन्हें प्रतियोगात्मक परीक्षा में प्राप्त अंकों तथा कक्षा छह से सात तक प्रत्येक कक्षा में प्राप्त अंकों में पांच प्रतिशत का अधिमान दिया जाएगा।
अभ्यर्थी के माता-पिता की वार्षिक आय का नहीं होगा कोई प्रतिबन्ध
राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाओं का ककिसी को भी दोहरा लाभ नही दिया जाएगा। इस छात्रवृत्ति योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थी के माता-पिता की वार्षिक आय का कोई प्रतिबन्ध नहीं होगा। छात्रवृत्ति परीक्षा का आयोजन एससीईआरटी उत्तराखण्ड देहरादून द्वारा किया जायेगा।
इनपुट- मनीष डंगवाल