पहाड़ों की रानी मसूरी का कुछ हिस्सा अब अतिक्रमण मुक्त नजर आने लगा है। पिछले कई दिनों से मसूरी में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत चल रही कार्रवाई के चलते अब मसूरी को कुछ ‘सांसें’ आने लगी हैं।
दरअसल जहां एक ओर मसूरी में पर्यटकों के लिए सुविधाएं बढ़ीं, सरकार ने अन्य जगहों से मसूरी की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाया और इसके बाद मसूरी में पर्यटकों की आमद बढ़ी तो इसके साथ ही मसूरी में अतिक्रमण भी तेजी से बढ़ता गया। हालात ये हुए कि जिसको जहां जगह मिली वहीं टीन टप्पर डाल कर उसने एक दुकान डाल दी।
पिछले कई सालों से लगातार बढ़ते अतिक्रमण के चलते मसूरी में चलना भी दूभर होने लगा था। पर्यटन सीजन में तो मसूरी के भीतर चलना मुश्किल सा हो जाता था लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार मसूरी में अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है और इसका नतीजा दिखने लगा है।
सोमवार को भी स्थानीय प्रशासन ने मसूरी में अतिक्रमण हटाया है। सोमवार को प्रशासन की टीम उस लंढौर बाजार में पहुंच गई जहां अतिक्रमण के चलते चलना भी मुश्किल था। मसूरी में उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में अतिक्रमण पर कार्यवाही के पांचवा दिन राजस्व, लोनिवि, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं नगर पालिका परिषद की संयुक्त टीम द्वारा लंढोर बाजार आदि स्थलों में अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया।
मसूरी में पहली बार ऐसा हो रहा है कि विभिन्न विभागों के अधिकारी और पुलिस की साझा टीम अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। इस बार अधिकारी खानापूर्ति के मूड में भी नहीं दिख रहें हैं। हालाता ये हैं कि कोई नेता हो या फिर किसी राजनीतिक दल का कार्यकर्ता। सभी का अतिक्रमण तोड़ा जा रहा है। डीएम आर राजेश कुमार की माने तो अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।