वैष्णों देवी में बीते दिन हुए हादसे मे देश को झकझोर कर रख दिया। बता दें कि वैष्णों देवी में अचानक मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई। वहीं कई लोग घायल बताए जा रहे हैं जिनका इलाज जारी है। लोगों ने अपने दर्द मीडिया को बयां किए हैं। किसी ने अपना पति खो दिया तो किसी ने अपना बेटा तो किसी ने दोस्त और पिता।
वहीं इनमे से एक थे गोरखपुर से अपने दोस्तों के साथ माता वैष्णों देवी के दर्शनों के लिए आए डा. अरूण प्रताप। जी हां अरुण प्रताप की मौत का कारण उनकी कलई में बंधी स्मार्ट वॉच बनी। डॉ. अरुण के साथ आए उनके दोस्त ने बताया कि अरूण माता के दर्शनों के लिए अंदर चले गए थे लेकिन वहां उनकी कलई में स्मार्ट वॉच बंधी देख सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें वापस भेज दिया। वह स्मार्ट वॉच को खोलने के लिए क्लॉक रूम में चले आए थे। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई और उसमें डा. अरूण भी चपेट में आ गए।
इस हादसे के कुछ देर बाद उनके साथी भी अंदर से बाहर दर्शन कर लौट आए थे। उन्हें वहां अरूण नहीं मिला तो वह उन्हें तलाशते रहे। सुबह करीब छह बजे वे जब अस्पताल पहुंचे तो वहां डा. अरुण उन्हें मृत मिले। डा. अरुण का शव उनके दोस्तों के हवाले किया गया