उत्तरकाशी के डीएम मयूर दीक्षित ने लोगों को पर्यावरण सरंक्षण का एक अलग अंदाज में संदेश दिया। बता दें कि रविवार को डीएम कार से नहीं बल्कि से अपने दफ्तर पहुंचे। डीएम को कंधे पर बैग टांगे और साइकिल पर सवार होता देख दफ्तर के अधिकारी और कर्मचारी अचंभित रह गए। अन्य लोग उनको कौतुहल भरी नजरों से निहारते रहे। डीएम ने कलक्ट्रेट स्थित कार्यालय में पहुंचकर जरूरी कामकाज निपटाए। डीएम को साइकिल पर बैठकर नगर क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर जाते देख लोग हैरान भरी नजरों से देखने लगे।हमेशा कोई भी अधिकारी हो, वो सरकारी वाहन से ही अपने कार्यालय जाता है, लेकिन डीएम का साइकिल पर सवार होकर जिला कलेक्ट्रेट पहुंचने का ये वीडियो लोगों को बेहद पंसद आ रहा है. जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा
. आपको बता दें कि बीते दिन रविवार सुबह अवकाश पर भी डीएम मयूर दीक्षित अपने आवास से जिलाधिकारी कार्यालय तक साइकिल चलाकर पहुंचे. डीएम मयूर दीक्षित पीठ में एक बैग टांगकर विश्वनाथ चौक से भैरव चौक होते हुए अपने कार्यालय पहुंचे. कार्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने कुछ देर अपने कार्यालय संबंधित कार्य निपटाए और उसके बाद वह फिर साइकिल से अपने आवास के लिए रवाना हुए. डीएम मयूर दीक्षित के सहज व्यवहार को देखकर कलेक्ट्रेट के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरान रह गए और सबकी निगाहें उन पर टिक गई। उत्तरकाशी ने लोगों को पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया। ऐसे अधिकारियों की राज्य को और देश को जरुरत है।
इस पर डीएम मयूर दीक्षित का कहना है कि उनके आवास और कलेक्ट्रेट कार्यालय के बीच में दूरी कम है. इसलिए कार से आवाजाही से बचने के लिए साइकिल से ऑफिस जाता हूं. साथ ही इससे ये संदेश भी दिया जा रहा है कि अगर हम अधिक से अधिक साइकिल का प्रयोग करेंगे, तो यह हमारे वातावरण और स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित होगा. साथ ही शहर में ट्रैफिक व्यवस्था भी सुधरेगी.