लक्सर : देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को लेकर कोई बड़ा फैसला सरकार ले सकती है। इसकी सुगबुगाहट तेज हो गई है। वहीं भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने भी तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारियों की मांग का समर्थन किया और सीएम धामी से बात की है। विधायक ने चारधाम मंदिरों का प्रबंधन पूर्व की भांति तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों को सौंपने की मांग की है।
आपको बता दें कि पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के समय सरकार की ओर से 23 फरवरी 2019 को चारधाम मंदिरों के प्रबंधन को लेकर उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम के तहत देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के गठन का निर्णय लिया था। इसके बाद चारधाम समेत इनसे संबंधित 51 मंदिरों का प्रबंधन सरकार के हाथ में आ गया था। तीर्थ पुरोहित और हक हकूकधारियों का भी तब से इसको लेकर विरोध किया जा रहा है।
वहीं बढ़ता विरोध देख इसको लेकर समिति गठित की गई। इस संबंध में गठित समिति की रिपोर्ट आने के बाद सरकार पर अब इस पर पुनर्विचार कर रही है। इस बीच लक्सर विधायक संजय गुप्ता ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के गठन की प्रक्रिया के दौरान तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों से राय लेकर उन्हें शामिल करते हुए निर्णय लिया जाना चाहिए था। तीर्थ पुरोहित दशकों से मंदिरों में पूजा अर्चना और प्रबंधन करते आ रहे हैं। विधायक ने कहा कि उनकी आस्था और भावनाओं का ख्याल रखा जाना चाहिए। विधायक ने इस संबंध में सीएम धामी से बात की। उन्होंने मुख्यमंत्री से देवस्थानम बोर्ड को भंग कर पुरानी व्यवस्था के तहत मंदिरों में पूजा और प्रबंधन पूर्व की भांति तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारियों को सौंपे जाने की मांग की। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस पर विचार कर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।