ऋषिकेश : पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय को श्री देव सुमन विश्वविद्यालय परिसर बनने के बाद, यहां कार्यरत लगभग 30 प्रोफेसरों को दर-बदर भटकने के लिए मजबूर कर दिया है। साथ ही आपाधापी में तुरन्त कार्यमुक्त कर क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून सम्ब्द्ध कर दिया गया है। परिणामस्वरूप सभी प्रोफेसर असमंजस की स्थिति में थे क्योंकि सभी को बिना किसी पूर्व सूचना के कार्यमुक्त कर दिया और आज सभी प्रोफेसर को उनके परिवार व बच्चों को छोड़कर क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून मे सम्बद्ध कर दिया गया गै।
आपको बता दें कि इसके लिए महाविद्यालय के सभी प्रोफेसर्स ने एक ज्ञापन उच्च शिक्षा विभाग और सचिवालय को भी दिया है लेकिन अभी तक कोई भी जवाब वहां से नहीं मिला और ना ही इस मुश्किल का हल निकला है। सभी प्रोफेसर्स आज भी असमंजस की स्थिति में हैं कि आखिर करें तो क्या करें। प्रोफेसर्स ने शासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
बता दें कि सभी प्रोफेसर्स ने उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव से गुहार लगायी है कि कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर के दृष्टिगत शासन द्वारा स्थानांतरण सत्र शून्य घोषित किया गया है फिर भी मध्य सत्र में सभी को स्थानांतरित किया गया। सभी ने अपील की है कि उनके सन्दर्भ में सहानुभूतिपूर्ण विचार कर उनका स्थानांतरण रोका जाए या फिर उन्हें निकटम महाविद्यालय में समायोजित किया जाये।