देहरादून : मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में भू कानून, पुलिस ग्रेड-पे और उपनल कर्मचारियों के मुद्दे के साथ बेरोजदारी का मुद्दा भी विपक्ष ने उठाया। विपक्ष ने नियम 58 के तहत बेरोजगारी मुद्दा का मुद्दा उठाया और नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने कार्मिक विभाग से आंकड़ा प्राप्त किया है जिसमे प्रदेश में 15833 पद खाली हैं लेकिन सरकार कह रही है 22 हजार से ज्यादा रोजगार देंगे।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार रोजगार तो दे नहीं पा रही है, ऊपर से झूठ बोल रही है। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने 108 कर्मचारी को हटाने,पंचायती राज विभाग में कर्मचारियों को हटाने का भी मुद्दा उठाया।बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया.
प्रीतम सिंह ने उठाया ये मुद्दा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ग्राम प्रहरी, आंगनबाड़ी और आशा कार्यकत्रियां 2022 का इंतजार कर रहे हैं। 12 महीने से ग्राम प्रहरी को मानदेय नहीं मिला. आयोगों ने स्पष्ट कर दिया कि वह 3 महीने में 22 हजार भर्ती नहीं कर सकते हैं. प्रीतम सिंह ने कहा कि सरकार बताए कि कैसे 22 हजार पदों पर भर्ती करेगी।नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2017 में बीजेपी ने वादा किया था कि बड़े स्तर पर रोजगार दिया जाएगा जिस पर युवाओं ने भरोषा जताते हुए डबल इंजन सरकार को चुना।
नेता प्रतिपक्ष का पंचायती राज मंत्री ने दिया जवाब
वहीं नेता प्रतिपक्ष के द्वारा पंचायती राज विभाग में कर्मचारियों को हटाने के सवाल पर पंचायती राज मंत्री ने जवाब देते हुए कहा पंचायती राज विभाग में आउटसोर्स कर्मचारियों को इसलिए हटाना पड़ा था क्योंकि सेंटर ने एक साल के लिए कर्मचारियों को रखा था. लेकिन पुष्कर सिंह धामी के मुख्यमंत्री बनते ही 4 हफ्ते के अंदर हटाये गए कर्मचारियों को सरकार ने वापस रखा.
मैं अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी दे चुका हूँ-हरक सिंह
वहीं बेरोजगारी पर सदन में चर्चा के दौरान हरक सिंह रावत ने कहा कि बेरोजगारी का मुद्दा प्रदेश में 20 सालों से आता रहा है जो पार्टी विपक्ष में रहती है वह हमेशा बेरोजगारी का मुद्दा उठाती है। हरक सिंह रावत ने कहा कि बेरोजगारी का मुद्दा उत्तराखंड में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में भी है।विदेशों में नागरिकता तक बेची जाती है। हरक सिंह ने कहा कि मैंने उपनल में 22 हजार कर्मचारियों को ही नौकरी दी। मैं अब तक 1 लाख से ज्यादा लोगो को नौकरी दे चुका हूँ। विपक्ष के धर्म के नाते बेरोजगारी का मुद्दा उठाना सही है। आगे हरक सिंह ने कहा कि 5 सालों में सरकार ने कई क्षेत्रों में रोजगार दिया है।
मैं जब कृषि मंत्री बनाया गया था तो मैंने गांव में बंजर जमीन को आबाद किया था-हरक
बता दें कि श्रम मंत्री के नाते हरक सिंह ने सदन में आंकड़े गिना कर बताया कि सरकार ने कितना रोजगार और स्वरोजगार दिया है। बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा के दौरान हरक सिंह रावत ने कहा कि रोजगार सृजन के लिए मनसिकता बदलने की जरूरत है। कहा कि मैं जब कृषि मंत्री बनाया गया था तो मैंने गांव में बंजर जमीन को आबाद किया था। कई प्रजातियों के पेड़ लगाए,1 साल बाद मैं खुद 5 लाख रुपये कृषि से कमाऊंगा और 20 लोगों को भी रोजगार दे पाऊंगा।