सितारगंज की आशा वर्करों का 12 सूत्रीय मांगों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन चौथे दिन से भी जारी है। वहीं वरिष्ठ आप नेता और समाजसेवी अजय जयसवाल ने आप कार्यकर्ताओं के साथ आशा वर्करों के चल रहे अनिश्चितकालीन धरना स्थल पर पहुंचकर उनको समर्थन किया। साथ ही कहा कि आशा वर्करों की जो मांगे हैं वह बिल्कुल जायज मांगे हैं. आशा वर्करो ने कोरोना काल में मेहनत से काम किया है. सरकार उनके हक का हनन कर रही है। साथ ही कहा कि हम आशा वर्करों के साथ हमेशा खड़े है।
वहीं आशा वर्करों की मांग है कि आशा वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा और न्यूनतम 21 हजार वेतन लागू किया जाये। जब तक मासिक वेतन और कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता तब तक आशाओं को भी आंगनबाड़ी जैसी अन्य स्कीम वर्कर्स की तरह मासिक मानदेय फिक्स किया जाय। सभी आशाओं को सेवानिवृत्त होने पर पेंशन का प्रावधान किया जाय और जिन आशाओं की पैदल ड्यूटी करते करते घुटनों में दिक्कतें आ गई हैं उनके लिए एक मुश्त पैकेज की घोषणा की जाय।साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री द्वारा घोषित कोरोना भत्ता तत्काल आशाओं के खाते में डाला जाय और कोविड कार्य में लगी सभी आशा वर्करों कोरोना ड्यूटी की शुरुआत से 10 हजार रूपये मासिक कोरोना-भत्ता भुगतान किया जाय।
कहा कि कोविड कार्य में लगी आशाओं वर्करों की 50 लाख का जीवन बीमा और 10 लाख का स्वास्थ्य बीमा लागू किया जाय ।कोरोना ड्यूटी के समय में मृत आशा वर्करों के आश्रितों को 50 लाख का बीमा और 4 लाख का अनुग्रह अनुदान भुगतान किया जाय।उड़ीसा की तरह ऐसे मृत कर्मियों के आश्रित को विशेष मासिक भुगतान किया जाय।
सेवा(ड्यूटी) के समय दुर्घटना, हार्ट अटैक या बीमारी होने की स्थिति में आशाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए नियम बनाया जाय और न्यूनतम दस लाख रुपये मुआवजे का प्रावधान किया जाय।देय मासिक राशि और सभी मदों का बकाया सहित समय से भुगतान किया जाय।आशाओं के विविध भुगतानों में नीचले स्तर पर व्याप्त भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी पर लगाम लगायी जाय।सभी सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति तत्काल की जाय।आशाओं के साथ अस्पतालों में सम्मानजनक व्यवहार किया जाय। जब तक कोरोना ड्यूटी के लिए अलग से मासिक भत्ते का प्रावधान नहीं किया जाता तब तक आशाओं की कोरोना ड्यूटी न लगायी जाय। आशा कार्यकत्रियों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में12 सूत्रीय की मांगो को लेकर चौथे दिन भी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा।