महादेव का काशी। माँ के पैरों पर बेटे की लाश। इलाज दिया नहीं। शव को सम्मान से ले जाने का वाहन भी नहीं। आसमान गिर पड़ेगा। धरती फट जाएगी। माँ की तकलीफ और उसके दर्द से ईश्वर भी काँप उठा होगा। महादेव बाबा काशी विश्वनाथ महराज जी, अपने भक्तों की पुकार सुनो। इन्हे बचाओ। ये संकट में है। pic.twitter.com/opjDZqhUUO
— Brajesh Misra (@brajeshlive) April 20, 2021
यूपी सरकार की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. वाराणसी से एक ऐसी तस्वीर सामने आई जिसमे देखा उसका दिल सहम गया. इलाज ना मिलने के कारण बेटे ने मां के पैरों में दम तोड़ दिया। मृतक का नाम विनीत सिंह बताया जा रहा है जो की जौनपुर का रहने वाला था. मृतक मुंबई में काम करता था. हाल ही में घर के एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आया था. तभी से उसकी तबीयत खराब चल रही थी.
किडनी की समस्या का इलाज कराने वाराणसी आए विनीत सिंह पहले बीएचयू गए लेकिन वहां एडमिट नहीं किया गया. लिहाजा निराश होकर ककरमत्ता के निजी चिकित्सालय गया जहां पर भी इसे निराशा हाथ लगी. शरीर ने साथ छोड़ा तो मां के गोद का लाल उसके पैरों में दम तोड़ गया.किसी ने सोचा नहीं था कि जीते जी एम्बुलेंस से परहेज करने वाले शरीर को प्राण छोड़ने के बाद भी एम्बुलेंस मयस्सर नहीं होगी. लेकिन वाराणसी में ये हुआ है और इसकी हृदय विदारक तस्वीर भी सामने आ गयी है. बेटा मां के पैरों तले इलाज के अभाव में दम तोड़ देता है और मां मृत बेटे को ले जाने के लिए एम्बुलेंस खोजती है. जब कुछ नहीं मिलता तब ई-रिक्शे पर बेटे के शव को लेकर अंतिम संस्कार के लिए घर निकल जाती है.