अल्मोड़ा: चुनाव में अक्सर नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं। कई वादे हर बार के चुनाव में नए होते हैं। लेकिन, पूरा नहीं होते। ऐसा ही चुनावी वादा अल्मोड़ा जिले के शहीद हरि सिंह का तोलबुधानी गांव (स्याल्दे ब्लॉक) वालों के साथ होता आ रहा है। लेकिन, वादा आज तक बस कोरी घोशणा बनकर रह गया। गांव वाले सड़क के लिए तरस रहे हैं। डेढ़ दशक से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अब उनको धैर्स जवाब देने लगा है। गांव वालों ने महापंचायत कर सल्ट उप चुनाव और 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के बहिश्कार को ऐलान कर दिया है।
क्षेत्रवासियों ने सल्ट उपचुनाव और उसके बाद वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का एलान कर दिया। गुस्साए ग्रामीणों ने आचार संहिता खत्म होने के बाद आंदोलन की चेतावनी भी दी है। 2006 में अरुणाचल में चले एक विशेष ऑपरेशन में तोलबुधानी गांव के जांबाज हरि सिंह शहीद हो गए थे। तभी से ग्रामीण शहीद के गांव को सड़क से जोड़ने की मांग उठाते आ रहे। शहीद के बड़े भाई नंदन सिंह के आवास पर महापंचायत की गई।
बुजुर्ग गंगा सिंह रावत की अगुवाई में सर्वसम्मति से तय हुआ कि सल्ट उपचुनाव में ग्रामीण मतदान नहीं करेंगे। सरपंच देव सिंह मेहता ने कहा कि वर्ष 2006 में गांव का वीर सपूत सैनिक हरि सिंह की शहादत के बाद उसकी याद में सरकार के ही प्रस्ताव पर रथखाल से तोलबुधानी तक सड़क निर्माण की आस जगी थी। रोष जताया कि पांच वर्ष बाद भी गांव को सड़क से नहीं जोड़ा जा सका है। उन्होंने सरकारों व उनके नुमाइंदों पर हवाई घोषणाएं व झूठे वादे करने का आरोप लगाया।