देहरादून : सीएम की कुर्सी संभालने के बाद से ही तीरथ सिंह रावत एक्शन में है। सीएम ने कई अधिकारियों का तबादला किया है तो वहीं कई अधिकारियों को पद से हटाया है। तो वहीं दूसरी तरफ तीरथ सिंह रावत ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की मांग को भी पूरा किया है। एक और जहां बीते दिन सूचना निदेशक मेहरबान बिष्ट की पद से छुट्टी कर रणजीत चौहान को पद पर बैठाया गया तो वहीं आज सीएम तीरथ सिंह रावत ने एक और बडा़ एक्शन लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मुख्य सलाहकार रमेश भट्ट को पद से हटाया है। इसी के साथ के एस पंवार,डॉक्टर बलूनी सहित मुख्यमंत्री के 4 सलाहकारों की छूट्टी कर दी है।
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत जहां त्रिवेंद्र सरकार में लिए गए बड़े फैसलों को भी पलटने का काम कर रहे हैं तो वही पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के करीबी अधिकारियों को भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों से हटाने का काम तीरथ सरकार ने शुरू कर दिया। साथ ही पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के सलाहकारों को भी बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया गया। जी हां त्रिवेंद्र सरकार के 5 सलाहकारों को तीरथ सरकार ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। औद्योगिक सलाहकार केएस पंवार,स्वास्थ्य सलाहकार नवीन बलूनी,मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। तो वही सलाहकार विमल कुमार और नरेंद्र चौधरी को भी सलाहकार के पद से छुट्टी कर दी गई है।
शाम को सलाहकारों की छुट्टी, दोपहर अधिकारियों का कद किया गया कम
तीरथ सरकार ने जहां देर शाम पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के पांच सलाहकारों की छुट्टी कर दी। वहीं दोपहर सरकार के द्वारा आईएएस अधिकारी राधिका झा, आईएएस अधिकारी नीरज खैरवाल, पीसीएस अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट और सचिवालय सेवा के पद पर तैनात सुरेश चंद्र जोशी का कद कम कर दिया गया। राधिका जहां से जहां सचिव मुख्यमंत्री कब पद हटा दिया गया । वहीं प्रभारी सचिव मुख्यमंत्री पद से नीरज खैरवाल की भी छुट्टी कर दी गई,तो पीसीएस अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट से अपर सचिव मुख्यमंत्री पद को हटा दिया गया, तो सचिवालय सेवा के पद पर तैनात सुरेंद्र जोशी से अपर सचिव मुख्यमंत्री का पद भी हटा दिया गया। यानी त्रिवेंद्र सरकार के करीबी अधिकारियों का जहां कद करना तीरथ सरकार ने शुरू कर दिया है । वही त्रिवेंद्र सरकार में सलाहकारों को भी हटाना शुरू सरकार ने शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि अभी यह शुरुआत भर है आगे और भी बड़े स्तर पर अधिकारियों के विभागों में फेरबदलाव किए जा सकते हैं।