मोदी सरकार चाहे कितनी भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को बढ़ावा दे लेकिन हमारे समाज में क्रुर और बौने मानसिकता वालों की कमी नहीं है। जी हां बता दें कि धौलपुर के बाड़ी में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इससे मोदी सरकार का बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की धज्जियां उड़ती साफ नजर आती है। जी हां यहां एक व्यक्ति ने बेटे की चाह में तीन शादियां की। पहली और दूसरी बीवी से संतान नही होने पर दोनों को घर से बाहर निकाल दिया। तीसरी बीवी से युवक को बेटी हुई जिसके बाद युवक ने पत्नी को प्रताड़ित करना शुरु कर दिया औऱ जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित महिला के अनुसार मोहन की पहली बीवी से कोई संतान नहीं होने पर 3 साल बाद उसे घर से बाहर कर दिया। इसके बाद उसने दूसरी शादी की, जो अपने साथ तीन बच्चों को भतीजा और भतीजी बताकर लाई। लेकिन बाद में उसकी पोल खुल गयी कि वो तीनों बच्चे उसके पहले पति के हैं। करीब 12 साल तक दूसरी पत्नी से भी संतान नही होने पर उसे किराये के मकान में रखा। पीड़िता ने मोहन पर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची के जन्म के करीब पांच महीने तक वो मारपीट बर्दाश्त करती रही। उसने महिला थाने में पति की शिकायत भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मोहन लगातार बेटी को मारने की धमकी देने लगा और हमें घर से बाहर निकाल दिया। इसके बाद बाल कल्याण समिति में न्याय की गुहार लगाई तब जाकर पति के खिलाफ मामला दर्ज हुआ