पुलिस विभाग के एक अधिकारी के नेता के पैर छूने से बवाल हो गया। सोशल मीडिया पर 5 सैकेंड के वीडियो वायरल होने से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। जी हां बता दें कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के सीओ ने पैर छूए जिससे हड़कंप मच गया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसस पूरे पुलिस विभाग में सनसनी फैल गई है। हालांकि इस मामले पर सभी वरिष्ठ अधिकारियों ने चुप्पी साध रखी है। वायरल वीडियो बीती 10 फरवरी का प्रसपा अध्यक्ष के रायबरेली आगमन के दौरान का बताया जा रहा है।
आपको बता कें कि सोशल मीडिया पर सदर सर्किल के क्षेत्राधिकारी डॉ. अंजनी चतुर्वेदी का एक वीडियो रविवार को वायरल हुआ। इस वीडियो में सीओ शिवपाल यादव का पैर छूते हुए दिखाई दिए। इस वीडियो को लेकर किसी आधिकारी का बयान नहीं आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो 10 फरवरी का बताया जा रहा है। जानकारी मिली है कि ये वीडियो तब का है जब शिवपाल सिंह यादव लखनऊ से प्रयागराज जाते समय सारस चौराहे के पास रुके थे और पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं उनका स्वागत कर रहे थे। इस दौरान जैसे ही प्रसपा अध्यक्ष की गाड़ी का गेट खुला, सीओ डॉक्टर अंजनी कुमार चतुर्वेदी आगे बढ़े और उन्होंने झुककर शिवपाल यादव के पैर छू लिए। हालांकि तब तक उनका यह कारनामा कैमरे में कैद हो चुका था। अब वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा है और कोई सबने चुप्पी साध रखी है। जबकि राजनीतिक गलियारों में सीओ द्वारा शिवपाल के प्रति प्रोटोकॉल से परे जाकर सम्मान देना चर्चा का विषय बना हुआ है।
मैं तो सिर्फ पिता जी के पैर छूता हूं-सीओ
इस पर सीओ डॉ. अंजनी कुमार चतुर्वेदी का कहना है कि मैंने तो वीडियो देखा भी नहीं। हमारी जानकारी में नहीं है। बाकी उनका प्रोटोकॉल जारी हुआ था। रिसीव करने गए होंगे। प्रोटोकॉल में पैर छूना तो नहीं आता है ना…इस पर सीओ डॉ. अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि पैर तो छू भी नहीं रहे होंगे। मैं अपने पिता जी के अलावा किसी के पैर छूता ही नहीं। गेट खोलकर उनको रिसीव कर रहा था क्योंकि भीड़ ज्यादा थी। कोविड-19 की वजह से उनका कॉल बार-बार आ रहा था कि भीड़ ज्यादा इकट्ठा ना हो। वहां हम पहुंचे होंगे। पैर छूने का वीडियो ना तो जानकारी में है और ना ही हम किसी के पैर छूते ही हैं।
एसपी को कार्यवाही के निर्देश दिए
इस पूरे मामले का वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शासन स्तर पर अधिकारियों ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए एसपी को कार्यवाही के निर्देश दिए। एसपी ने पूरे प्रकरण की जांच अडिशनल एसपी को सौंपी है। उन्होंने माना है कि सीओ ने पुलिस आचरण नियमावली के विरुद्ध व्यवहार किया है।