देहरादून : राज्य में 2021 में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों को लेकर आस अधूरी रह गई। जी हां बता दें कि 2021 में होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेल स्थगित कर दिए गए हैं। यानी की राष्ट्रीय खेल नहीं होंगे। इससे खिलाड़ियों में निराशा छा गई है साथ ही उत्तराखंड की मेजबानी की आस अधूरी रह गई है। इसका कारण कोरोना के कहर के कारण तैयारियां पूरा न हो पाना औऱ केंद्र से आर्थिक मदद न मिलना बताया जा रहा है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों का आवंटन साल 2014 में किया गया था।
जानकारी मिली है कि पहले राष्ट्रीय खेल का आयोजन 2018 में होना था लेकिन अवस्थापना विकास संबंधी काम नहीं हो पाने के कारण राष्ट्रीय खेल नहीं हो पाए।हालांकि अवस्थापना विकास संबंधी कार्यों के लिए सरकार ने केंद्र को प्रस्ताव भेजा था जिसमे विकास कार्यों के लिे 719 करोड़ रुपये और आयोजन के लिए 249 करोड़ रुपये धनराशि का प्रस्ताव तैयार करके केंद्र की मोदी सरकार को भेजा गया था लेकिन केंद्र से उत्तराखंड सरकार को राशि नहीं मिल पाई जिसके बाद राष्ट्रीय खेल का आयोजन 2021 में होना प्रस्तावित किया गया। लेकिन शासन के अधिकारियों का कहना है कि कोरोना के कारण तैयारी ना होना और केंंद्र सरकार से आर्थिक सहायता न मिलने के कारण 2021 में भी राष्ट्रीय खेल संभव नहीं। इसी को देखते हुए राष्ट्रीय खेल 2021 में स्थगित कर दिए गए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि खेलों के आयोजन के लिए केंद्र सरकार से पहली किस्त में 500 करोड़ रुपये की मांग की गई थी लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने कोई आर्थिक सहायता नहीं दी। वहीं कोरोना के कहर के कारण भी राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए तैयानी नहीं हो पाई। कहना है कि राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों के लिए कम से कम 16 महीनों का समय चाहिए यही वजह है कि इस साल नवंबर में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन संभव नहीं और इसे स्थगित कर दिया गया है। आपको बता दें कि इस राष्ट्रीय खेलों में करीबन 18000 लोगों ने प्रतिभाग करना था जिनकी आस अधूरी रह गई।