नई दिल्ली: किसानों का आंदोलन एक बार फिर रफ्तार पकड़ता हुआ दिख रहा है. गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद आंदोलन में जो ढिलाई आई थी, वो बीते दिन गाजीपुर सीमा पर मचे संग्राम के बाद दूर हुई है. राकेश टिकैत के आंसुओं के सैलाब से किसानों में जोश आया है. पश्चिमी यूपी और हरियाणा के अलग-अलग इलाकों से किसान गाजीपुर बॉर्डर पर जुटने लगे हैं.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन बड़ा रूप लेता जा रहा है. आंदोलन के स्टेज पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंच गए हैं. उनसे मिलने के लिए राष्ट्रीय लोक दल (RLD) नेता जयंत चौधरी भी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे हैं. जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार को लगता है कि वे किसानों को कुचल देंगे, ऐसा नहीं होगा. जब से आदित्यनाथ यूपी के सीएम बने हैं, यूपी धारा 144 के तहत है. किसान यहां घर बनाने नहीं आए हैं, वे यहां तीन कानूनों को वापस कराने आए हैं.
यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राकेश टिकैत से कल रात फ़ोन पर बात की है. राकेश टिकैत की सेहत के बारे मे हाल-चाल जाना और कहा है कि समाजवादी पार्टी किसानों के हित की लड़ाई लड़ रही है. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेता राकेश टिकैत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से किसानों के लिए पानी आदि की सुविधा के लिए कहा था. मुख्यमंत्री जी के आदेश पर पूरे इंतज़ाम रात ही में हो गए थे. मैं आज सुबह बॉर्डर पर इसकी व्यवस्था देखने जाऊंगा.