नेपाल, चीन के साथ दोस्ती के बाद भारत से दुश्मनी निभाने का काम कर रहा है। भारत के खिलाफ कूटनीतिक अभियान भी चला रहा है। हालांकि, भारत को इससे कोई बड़ खतरा नहीं है। लेकिन, उत्तराखंड से लगी नेपाल की सीमा पर नेपाल से भारत में बड़ा खतरा घुस आया है। ऐसा खतरा, जिसके सामने जो भी आता है। उसकी जान पर बन आती है। आइये आपको बताते हैं कि वो खतरा क्या है…?
नेपाल के जंगली हाथियों ने पिछले तीन दिन से दिक्कतें पैदा की हुई हैं। नेपाल से दो जंगली हाथी उत्तराखंड में घुस आए हैं। दोनों हाथी 15 सितंबर को पहले यूपी के पीलीभीत के जंगलों और आबादी क्षेत्र में घुसे और फिर पीलीभीत से लगी उत्तराखंड के तराई ईस्ट फॉरेस्ट डिवीजन के सुरई रेंज में घुस गए। इनके पैरों के निशान देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि ये कितने खतरनाक और डरावने होंगे। ये लोगों की फैसलों को रौंदते हुए आगे बढ़ रहे हैं।
यूपी फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने उत्तराखंड को इसकी सूचना दी तो तराई ईस्ट फॉरेस्ट डिवीजन को अलर्ट कर दिया गया। सुरई रेंज में हाथी नहीं हैं, लेकिन वहां हाथियों के फुट प्रिंट मिलने से फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में हड़कंप मच गया। तत्काल सर्च अभियान शुरू किया गया तो हाथी तो नजर नहीं आए, लेकिन उनके फुटमार्क खटीमा, किलपुरा आबादी क्षेत्र से होते हुए हाईवे क्रॉस कर नत्था ताल रिजर्व फॉरेस्ट में पाए गए हैं।
इससे इन जंगलों में पहले से मौजूद और नेपाल से आए हाथियों के बीच संघर्ष का भी खतरा हो गया है। वन विभाग की चिंता ये है कि ये हाथी अगर इसी रास्ते वापस लौटे तो आबादी क्षेत्र में कोई अनहोनी भी हो सकती है। इसके लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट आजकल स्थानीय लोगों को जागरूक करने में लगा हुआ है। हालांकि अभी तक किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।